टीएसआरडीए ने की मातृत्व अवकाश से जुड़ी चुनौतियों को हल करने की अपील
हैदराबाद, तेलंगाना सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन द्वारा सरकारी और निजी अस्पतालों में कार्यरत महिला स्नातकोत्तर चिकित्सकों के मातृत्व अवकाश लेने तथा बाद में होने वाली चुनौतियों से जुड़े मुद्दों के हल करने की अपील राज्य सरकार से की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, असोसिएशन की ओर से कहा गया कि मातृत्व अवकाश के लिए कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं हैं। इसके कारण अनिवार्य तीन माह के मातृत्व अवकाश के बाद महिला स्नातकोत्तर चिकित्सकों को संबंधित पाठ्यक्रमों में पुन शामिल होने के लिए 15,000 रुपये का शुल्क देना पड़ता है, जिसमें छूट नहीं दी जा सकती है। इसके अलावा उन्हें विश्वविद्यालय से औपचारिक रूप से पुन प्रवेश की अनुमति प्राप्त करने के लिए महीने से अधिक की लंबी प्रतीक्षा अवधि से गुजरना पड़ता है।
इस प्रतीक्षा अवधि के दौरान उन्हें अक्सर विभागीय सुविधाओं तक पहुँच से वंचित होना पड़ता है। कई महिला स्नातकोत्तर चिकित्सकों को इन भ्रामक नियमों के कारण मातृत्व और चिकित्सा कॅरियर के बीच चुनाव करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
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असोसिएशन ने इस संदर्भ में राज्य सरकार के साथ कालोजी नारायण राव स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय तथा चिकित्सा शिक्षा निदेशक को आधिकारिक तौर पर ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है। ताकि महिला चिकित्सक अपने कॅरियर को सुचारू रूप से जारी रख सकें।
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