आयुष्मान भारत के 7 साल – स्वास्थ्य सेवा में बड़ा बदलाव


नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के 7 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आज पुनः इस बात की पुष्टि की है कि इस योजना ने लाखों नागरिकों के लिए सामर्थ्य, वित्तीय सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करके गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को नए सिरे से परिभाषित किया है। सितंबर 2018 में रांची से शुरू की गई यह योजना आज दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी वित्तपोषित स्वास्थ्य बीमा योजना बन चुकी है। इस पहल ने भारत की जनस्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा दी है, क्योंकि इसके तहत देशभर के 55 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को निःशुल्क और कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ नई क्रांति
आयुष्मान भारत का मुख्य उद्देश्य हर परिवार को सालाना ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर देना है, ताकि सेकेंडरी और टर्शियरी स्तर की अस्पताल सेवाओं का लाभ कैशलेस और पेपरलेस तरीके से देशभर के सूचीबद्ध अस्पतालों में मिल सके। सात वर्षों में 10.30 करोड़ से अधिक अस्पताल में भर्ती की अनुमति दी गई, जिससे ₹1.48 लाख करोड़ की निःशुल्क चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं। इसने न केवल उपचार की पहुँच आसान बनाई, बल्कि करोड़ों परिवारों का जेब से होने वाला खर्च भी कम किया।
बढ़ती समावेशिता: अधिक लाभार्थी, अधिक प्रभाव
इस योजना का दायरा लगातार बढ़ाया गया है। 2022 में लाभार्थियों को बढ़ाकर 12 करोड़ परिवारों तक पहुँचाया गया। 2024 में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व उनके परिवार भी इसमें शामिल किए गए। अक्टूबर 2024 से 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड के माध्यम से स्वतः कवरेज मिला। इसके साथ ही, लगभग एक करोड़ गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को भी जोड़ा जा रहा है, जो बदलती कार्यशक्ति की आवश्यकताओं के अनुरूप एक बड़ा कदम है।

आयुष्मान आरोग्य मंदिर: बुनियादी ढांचे की मज़बूती
आज भारत में 1.8 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) सक्रिय हैं। ये केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं, जहाँ जाँच, रोकथाम और आवश्यक उपचार सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं। इस विकेंद्रीकृत मॉडल से विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों में सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ सुनिश्चित हुई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “जनस्वास्थ्य में क्रांति” बताया। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत ने करोड़ों परिवारों की गरिमा और आर्थिक स्थिरता दोनों की रक्षा की है। पैमाने, संवेदना और तकनीक के समन्वय के साथ भारत दिखा रहा है कि किस प्रकार बड़े कल्याणकारी कार्यक्रम नागरिकों को सशक्त बना सकते हैं और भविष्य की स्वास्थ्य ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं।
सितंबर 2018 को रांची से शुभारंभ
हर परिवार को ₹5 लाख का वार्षिक स्वास्थ्य कवर। 10.3 करोड़ से अधिक अस्पताल में भर्ती और ₹1.48 लाख करोड़ का उपचार। 12 करोड़ परिवार, आशा/आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और 70+ वरिष्ठ नागरिक शामिल। 1.8 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित।(PIB)
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