युद्धस्तर पर हो तूफान राहत कार्य : मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी

Ad

हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सभी जिलाधीशों और वरिष्ठ अधिकारियों को तूफान प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर राहत कार्य करने के आदेश दिये। उन्होंने स्पष्ट किया कि कहीं पर भी जान-माल का नुकसान न हो और पशुधन को नुकसान से बचाने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएँ। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, बाढ़ग्रस्त गांवों और कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों को स्थानांतरित करने और जहां भी आवश्यक हो, राहत केंद्र स्थापित करने और उचित सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।

रेवंत रेड्डी ने कहा कि जिलों के अधिकारी किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों की मदद के लिए सतर्क रहें और उसके लिए सभी आवश्यक योजनाएं तैयार रखें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सचेत किया कि मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी है कि चक्रवात राज्य के 16 जिलों को प्रभावित करेगा। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो सकती है और बिजली विभाग को तुरंत बिजली बहाल करने के लिए सतर्क रहना चाहिए।

चक्रवात प्रभावित जिलों में राहत समीक्षा और सतर्कता निर्देश

रेवंत रेड्डी ने आगे आदेश दिया कि राज्य स्तर पर कमांड कंट्रोल सेंटर में एक हेल्पलाइन स्थापित की जाए और बारिश, बाढ़ और आपदाओं की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया देने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने और आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आज चक्रवात प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की। इसमें उप-मुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का, मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, उत्तम कुमार रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, कोंडा सुरेखा, श्रीहरि, सीएम सलाहकार वेम नरेंदर रेड्डी, सरकार के मुख्य सचिव रामकृष्ण राव, पुलिस महानिदेशक शिवधर रेड्डी और चक्रवात प्रभावित जिलों के कलेक्टर व अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

बैठक के दौरान मंत्रियों और कलेक्टरों ने मुख्यमंत्री को बताया कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में मुख्य रूप से धान और कपास की फसलों को नुकसान हुआ है। अनुमान है कि बाढ़ से संयुक्त वरंगल और नलगोंडा जिलों के साथ-साथ हुस्नाबाद निर्वाचन क्षेत्र में भी अधिक नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जगहों पर धान की कटाई शुरू हो गई है और कोई भी अप्रत्याशित परेशानी किसानों के लिए चिंता का विषय होगी।

धान खरीद और राहत कार्यों पर सीएम के सख्त निर्देश

सरकार ने इस बार राज्य में 80 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा है। उन्होंने नागरिक आपूर्ति विभाग को तदनुसार सख्त कदम उठाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण कई जगहों पर धान भीग गया है और किसान आईकेपी केंद्रों में धान बह जाने से चिंतित हैं। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वे खेत खलिहानों और आईकेपी केंद्रों में रखे धान को तुरंत निकटतम गोदामों और मिलों में पहुंचाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि मिलें और गोदाम उपलब्ध नहीं होने पर वे इसे निकटतम फंक्शन हॉलों में संग्रहित करें।

रेवंत रेड्डी ने कलेक्टरों को आईकेपी केंद्रों में धान खरीद पर निरंतर नजर रखने और अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी लोग खेत में जाएँ और जनता के लिए उपलब्ध रहें। उन्होंने कृषि और राजस्व अधिकारियों को बाढ़ के बाद संयुक्त रूप से सर्वे कर के नुकसान का अनुमान तैयार कर सरकार को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

Ad

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जिला प्रभारी मंत्रियों को चक्रवात और बारिश से प्रभावित जिलों में किए जा रहे राहत उपायों, सड़कों और राजमार्गों की बहाली और अनाज खरीद प्रक्रिया कि समय-समय पर समीक्षा करने को कहा। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि वे अपने-अपने जिलों में क्षेत्रीय स्तर पर उपलब्ध रहें और समय-समय पर लोगों की मदद के लिए किए गए उपायों की समीक्षा करें। उन्होंने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि खम्मम जिले में बारिश के कारण एक डीसीएम वैन और चालक बह गए। अगर सभी सड़कें, पुल, निचले स्तर के पुल के पास सतर्क रहेंगे तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।

वरंगल बाढ़ राहत के लिए सीएम के त्वरित निर्देश

रेवंत रेड्डी ने कहा कि जहां पर सड़कों और राजमार्गों पर बाढ़ का पानी आता है, वहाँ खतरे की चेतावनी बोर्ड लगाए जाएँ। पुलिस को उस दिशा में वाहनों को जाने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू करनी चाहिए। स्थानीय सीआई और राजस्व अधिकारियों को वाहनों को उस दिशा में जाने से रोकने के लिए दोनों तरफ बैरिकेड्स लगाने चाहिए। सीएम ने वरंगल में चक्रवात के भारी प्रभाव को देखते हुए मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को पुलिस की सेवाएं लेने और जरूरत पड़ने पर हैदराबाद से हैद्रा टीमें और जरूरी उपकरण भेजने के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें… आंध्र प्रदेश की टीम ने किया तेलंगाना आबकारी नीति का अध्ययन

साथ ही वरंगल में तत्काल राहत कार्यों के लिए जरूरत के अनुसार नाव भेजने और विभिन्न जिलों में उपलब्ध एसडीआरएफ कर्मियों को तुरंत वहां पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया कि हैदराबाद से हैद्रा कर्मियों और हैद्रा में उपलब्ध बाढ़ राहत उपकरणों का आपातकालीन स्थितियों में इस्तेमाल किया जाए। वरंगल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और बाढ़ में भवनों के ऊपर पर फंसे परिवारों को ड्रोन के ज़रिए पीने का पानी और खाने के पैकेट उपलब्ध करवाये जाएँ। उन्होंने वरंगल में बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाने और कलेक्ट्रेट में एक टोल-फ्री सहायता प्रकोष्ठ स्थापित कर चौबीस घंटे स्थिति पर नज़र रखने के निर्देश दिए।

4,47,864 एकड़ पर फसल का नुकसान

राज्य सरकार ने बताया कि मोंथा तूफान के प्रभाव से 12 जिलों के 179 मंडलों में 2,53,033 किसानों की 4,47,864 एकड़ों में फसल क्षतिग्रस्त हुई है। कृषि मंत्री तुम्माला नागेश्वर राव ने कहा कि पूर्ण सर्वे के बाद फसल नुकसान और बढ़ सकता है। उन्होंने आज जारी एक बयान में कहा कि प्राथमिक फसल नुकसान के विवरण के अनुसार 2,82,379 एकड़ में धान और 1,51,707 एकड़ों में कपास को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि फसल का नुकसान मुख्यत संयुक्त वरंगल जिले में हुआ है। उन्होंने बताया कि वहां 1,30,200 एकड़ पर फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं।

इसके बाद खम्मम जिले में 62,400 एकड़ और नलगोंडा जिले में 52,071 एकड़ फसल क्षतिग्रस्त हुई है। उन्होंने बताया कि सीएम रेवंत रेड्डी बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि वे मुख्यमंत्री से फसल क्षति के लिए प्रति एकड़ मुआवजे की राशि पर चर्चा करेंगे और आश्वासन दिया कि चक्रवात के कारण जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उन्हें सहायता प्रदान की जाएगी।

अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।

Ad

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button