खाद्य विषाक्तता पर मानवाधिकार आयोग ने लिया स्वत : संज्ञान

हैदराबाद, तेलंगाना राज्य मानवाधिकार आयोग द्वारा जोगुलंबा गद्वाल के एर्रावल्ली मंडल स्थित सरकारी बीसी कल्याण छात्रवास में कल रात हुई खाद्य विषाक्तता की घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए तेलंगाना सरकार के मुख्य सचिव को 24 नवंबर तक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य मानवाधिकार आयोग ने एक समाचार-पत्र में प्रकाशित खबर, जिसमें उल्लेख किया गया कि जोगुलंबा गद्वाल केएर्रावल्ली मंडल के धर्मावरम गांव स्थित सरकारी बीसी कल्याण छात्रवास केपचास से अधिक छात्र 31 अक्तूबर की रात को रात्रिभोज करने के बाद बीमार पड़ गए।
कई छात्रों ने रात लगभग 9 से 9:30 बजे के बीच चक्कर आने और उल्टी की शिकायत की। इसके बाद छात्रावास के कर्मचारियों ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित किया और कोदंडापुरम पुलिस की सहायता प्रभावित छात्रों को गदवाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने खाद्य विषाक्तता की शंका जताई। इस रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए आयोग ने स्वत संज्ञान लिया।
सरकारी छात्रावासों में खाद्य सुरक्षा जांच का आदेश
राज्य मानवाधिकार आयोग ने कहा कि यदि रिपोर्ट की गई घटना सत्य है, तो यह सरकारी कल्याण छात्रावासों में खाद्य सुरक्षा तथा स्वच्छता संबंधित गंभीर खामियों को दर्शाती है। इससे यहां निवास करने वाले छात्रों के जीवन, स्वास्थ्य और सुरक्षा के अधिकार से संबंधित मानवाधिकार संबंधी चिंताएं उत्पन्न होती हैं। इसलिए आयोग इस मामले पर स्वत संज्ञान ले रहा है।
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आयोग ने मुख्य सचिव को इस घटना की जांच करते हुए 24 नवंबर को सुबह 11 बजे तक घटना के कारण, छात्रों की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और प्रदान किए गए उपचार, खाद्य विषाक्तता के चिकित्सीय निष्कर्ष तथा लापरवाह पाए गए लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई के साथ-साथ सभी सरकारी कल्याण छात्रवासों में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए अपनाए गए उपायों पर आधारित विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत निर्देश दिया है।
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