राष्ट्रपति निलयम में मनाया गया हैदराबाद मुक्ति दिवस


हैदराबाद, बोलारम स्थित राष्ट्रपति निलयम में आज हैदराबाद मुक्ति दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 20 स्कूलों और 16 कॉलेजों के लगभग 1,500 छात्रों ने प्रतिभागिता करते हुए विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार कार्यक्रम की शुरुआत हैदराबाद मुक्ति दिवस पर दूरदर्शन के एक विशेष वृत्तचित्र के प्रदर्शन के साथ हुई।
अवसर पर राष्ट्रपति निलयम की प्रबंधक डॉ. के. रजनी प्रिया ने 1947-48 की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए हैदराबाद के एकीकरण के शुरुआती प्रतिरोध का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 17 सितंबर 1948 में हैदराबाद का विलय राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। इस दिन ऑपरेशन पोलो के तहत निजाम मीर उस्मान अली खान की हैदराबाद रियासत भारतीय संघ में शामिल हुई थी।
यह भी पढ़ें… सिकंदराबाद में मेडिकवर हॉस्पिटल्स की मल्टीस्पेशालिटी सुविधा आरंभ

हैदराबाद मुक्ति दिवस पर छात्रों और गणमान्यों की भागीदारी
सुदाला फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष सुदाला अशोक तेजा ने अवसर पर कहा कि ऑपरेशन पोलो कोई हिंदू-मुस्लिम संघर्ष नहीं था, बल्कि निज़ाम शासन और स्वतंत्रता सेनानियों के बीच का संघर्ष था। अवसर पर उन्होंने हैदराबाद की आज़ादी के दौरान दिए गए बलिदानों को याद करते हुए इस घटना के वास्तविक इतिहास को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने का आग्रह किया।
उस्मानिया विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि सच्ची मुक्ति केवल जनभागीदारी, विशेषकर युवाओं की भागीदारी से ही संभव है। उन्होंने हैदराबाद के एकीकरण को स्वतंत्रता संग्राम में सामूहिक इच्छाशक्ति के एक सशक्त उदाहरण के रूप में रेखांकित किया। विभाग के सहायक प्रोफेसर प्रो. रमेश ने इतिहास के अध्ययन के महत्व पर बल देते हुए कहा कि ऑपरेशन पोलो लोगों के स्वतंत्रता और एकता के सपने को साकार करने में एक महत्वपूर्ण कदम था। उन्होंने कहा कि इस तरह की चर्चाएं आने वाली पीढ़ियों को भारत के एकीकरण के लिए किए गए बलिदानों का महत्व समाझने में मदद करेंगी।
यहां आयोजित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के बीच एमजेपीटी बीसीडब्ल्यूआरडीसी वरंगल के छात्रों ने ऑपरेशन पोलो पर एक नाट्य प्रस्तुति दी। पोट्टी श्रीरामुलू तेलुगु विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा देशभक्ति पर आधारित समूह गीत प्रस्तुत किया गया। अवसर पर फिल्म रजाकार का भी प्रदर्शन किया गया। यहां इस फिल्म की टीम ने अपनी रचनात्मक यात्रा के साथ-साथ उस प्रेरणा को साझा किया, जिसने उन्हें यह फिल्म बनाने के लिए प्रेरित किया। अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े गणमान्यों के साथ-साथ छात्र एवं अन्य उल्लेखनीय संख्या में उपस्थित थे।
अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।
