मैनहोल में बालिका गिरने पर हैद्रा ने मानी गलती, होगी कार्रवाई

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हैदराबाद, पुराने शहर के याकुतपुरा मैं एक मैनहोल में बालिका के गिरने का मुद्दा जब राष्ट्रीय स्तर समाचारों में चर्चा का मुद्दा बना तो हैदराबाद आपता प्रबंधन एवं संपदा संरक्षण एजेंसी हैद्रा ने अपनी गलती मान ली है। हालांकि यह मुद्दा कल से विभिन्न विभागों के बीच सीमा विवाद तरह इधर उधर लटकता रहा है, लेकिन आज हैद्रा आयुक्त ए. वी. रंगनाथ ने कहा कि हैद्रा से संबंधित लापरवाह और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना के बाद हैद्रा की भूमिका खुलकर सामने आ गयी है कि केवल भवनों को ढहाना और अवैध कब्ज़े हटाना ही नहीं, बल्कि नाम की तरह आपात स्थितियों में शहर के नागरिकों को सुरक्षित तंत्र उपलब्ध कराना भी हैद्रा की जिम्मेदारी है और ऐसा न होने पर कार्रवाई का सामना भी एजेंसी के लोगों को करना होगा।

सुरक्षा उपायों को लेकर प्रशासन ने दिए निर्देश

हैद्रा आयुक्त रंगनाथ ने आज मीडिया को बताया कि मैनहोल बंद न होने की समस्या की आज सुबह प्रारंभिक जाँच की गई। प्रथम दृष्टया इसके लिए हैद्रा ज़िम्मेदार है। टीम के संबंधित प्रभारी को जवाबदेह ठहराया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम म्मेदारी/जवाबदेही तय करेंगे और दोषी कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।मामले की पूरी जांच होगी और ज़िम्मेदार एजेंसी/व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी।”

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उल्लेखनीय है कि गुरुवार1 सितंबर को हैदराबाद के याकूतपुरा में एक पाँच साल की स्कूली बच्ची खुले मैनहोल में गिर गई। यह घटना मौला का छिल्ला में उस समय हुई जब वह अपनी माँ के साथ स्कूल जा रही थी। गनीमत रही कि मैनहोल में पानी का बहाव नहीं था, इसलिए उसे बचा लिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बच्ची को गलती से मैनहोल में गिरते हुए देखा जा सकता है। उसकी माँ ने तुरंत उसे बाहर निकाल लिया। हालाँकि बच्ची किसी तरह बच निकली, लेकिन उसे मामूली चोटें आईं।

घटना ते तुरंत बाद लोग जल बोर्ड का नाम लेने लगे तो बोर्ड ने स्पष्टीकरण जारी किया कि इसमें बोर्ड जिम्मेदार नहीं है। दूसरी ओर हैद्रा के अधिकारी भी स्पष्ट रूप से अपनी जिम्दारी लेने से हिचकिचाते रहे। हालाँकि हैद्रा आयुक्त ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और इसके पीछे के कारणों की जाँच कर रही है।

हैद्रा आयुक्त ने शुक्रवार को हैद्रा के अलावा, जल बोर्ड और जीएचएण सी अधिकारियों के साथ एक बैठक की और बैठक के बाद घोषणा की कि गलती हैद्रा की है। हैद्रा अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पार्षद द्वारा मैनहोल से मलबा साफ़ करने के आदेश के बाद हैद्रा की टीमों ने मैनहोल खोला था। वर्षों से जमा मलबे के कारण, हाइड्रा की टीमों ने सफाई के लिए जल बोर्ड की जेटिंग मशीन की मदद ली।

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