द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देंगे भारत- अमेरिका

Ad

नई दिल्ली, भारत और अमेरिका मंगलवार से शुरू होने वाली तीन-दिवसीय वार्ता के दौरान प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की रूपरेखा, वार्ता के कार्यक्रम और संदर्भ की शर्तों को अंतिम रूप देंगे।

एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि द्विपक्षीय व्यापार समझौते को दो चरणों में अंतिम रूप दिया जाएगा। पहले चरण में वस्तु व्यापार से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। इस सप्ताह के अंत तक इस पर पूरी तरह से स्पष्टता आ जाने की संभावना है। अमेरिका के विकसित अर्थव्यवस्था होने से भारत के साथ होने वाला यह व्यापार समझौता सीमा शुल्क, विनियमन और आर्थिक एकीकरण में अधिक पूर्वानुमान लेकर आएगा। अधिकारी ने कहा कि एक अच्छा व्यापार सौदा बहुत सारे दोतरफा व्यापार और निवेश के लिए अधिक तालमेल पैदा कर सकता है।

यह भी पढ़ें… रक्षा मंत्री ने की अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के साथ बैठक

Ad

बीटीए की रूपरेखा को मिलेगा अंतिम रूप

समझौते पर औपचारिक रूप से बातचीत शुरू करने के लिए अमेरिका के दक्षिण और पश्चिम एशिया के लिए सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच एक टीम के साथ 25-29 मार्च तक भारत का दौरा करेंगे। लिंच की यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारत पर जवाबी सीमा शुल्क लगाने की घोषणा के बीच हो रही है। ट्रंप ने दो अप्रैल से यह शुल्क लगाने की घोषणा की है।

अधिकारी ने कहा कि तीन दिवसीय विचार-विमर्श के दौरान दोनों पक्ष बीटीए की रूपरेखा को अंतिम रूप देंगे और संदर्भ की शर्तों पर चर्चा करेंगे। दोनों देश वर्ष 2025 की शरद ऋतु तक समझौते के पहले चरण या किस्त को पूरा करने का लक्ष्य बना रहे हैं। हालाँकि, अधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस सप्ताह की बातचीत वार्ता का पहला दौर नहीं है। अधिकारी ने कहा कि हम वार्ता के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने की कोशिश करेंगे कि हम पहले दौर, दूसरे दौर को किस तरह शुरू करेंगे।

आमतौर पर इस तरह के व्यापार समझौतों में दो देश आपसी व्यापार वाले अधिकतम (90-95 प्रतिशत) उत्पादों पर आयात शुल्क में उल्लेखनीय कमी करते हैं या उसे खत्म कर देते हैं। इसके अलावा, सेवाओं में व्यापार को बढ़ावा देने और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मानदंडों को भी आसान बनाया जाता है। जहाँ अमेरिका ने कुछ औद्योगिक वस्तुओं, वाहन, शराब और कृषि जैसे क्षेत्रों में अधिक बाजार पहुँच की माँग की है वहीं भारत कपड़ा जैसे श्रम-बहुल क्षेत्रों के लिए शुल्क में कटौती पर विचार कर सकता है। (भाषा)

अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।

Ad

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button