एलवी प्रसाद आई इंस्टीट्यूट सुरक्षित दीपावली मनाने की अपील


हैदराबाद, एलवी प्रसाद आई इंस्टीटयूट द्वारा आज दीपावली को सावधानी तथा जिम्मेदारी से मनाने की अपील करते हुए कहा गया कि हमारी आंखों की रोशनी ही इस त्योहार की असली चमक है।
एलवीपीईआई द्वारा आज यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि दीपावली में नेत्र सुरक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण है। पटाखों और आतिशबाजी के बीच आंखों में चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इस समय में सभी लोगों को विशेष रूप से सजग रहना चाहिए। सुरक्षित दीपावली मनाने के लिए केवल अधिकृत निर्माताओं से ही पटाखे खरीदने चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे दो दिनों तक धूप में अच्छी तरह सूख गए हों पटाखों को कार्डबोर्ड के डिब्बों, बच्चों की पहुंच गैस सिलेंडर या तेल के डिब्बे जैसी ज्वलनशील सामग्रियों से दूर रखना चाहिए।
सुरक्षित दीपावली के लिए जागरूकता अभियान शुरू
जब बच्चे पटाखों को जलाएं, उन पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। एक समय में केवल एक व्यक्ति को पटाखा जलाने देना चाहिए। पटाखे जलाने के लिए माचिस के स्थान पर लंबी अगरबत्ती या फुलझड़ियां इस्तेमाल करनी चाहिए। पटाखे जलाते समय सुरक्षात्मक शैटरप्रूफ गॉगल्स पहनने चाहिए। हाथ में पटाखे पकड़कर जलाने तथा पटाखे जलाते समय उनके ऊपर झुकने से बचना चाहिए। बोतल, टिन के डिब्बे या उलटे बर्तन के अंदर पटाखे न जलाने चाहिए, क्योंकि यह अपने साथ-साथ दूसरों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। न जलने वाले पटाखों के पास तुरंत नहीं जाना चाहिए। पटाखे जलाते समय सिंथेटिक के स्थान पर सूती कपड़े पहनने चाहिए। तेज हवाओं के दौरान उड़ने वाले पटाखे नहीं जलाने चाहिए।

आंखों की सुरक्षा पर एलवी प्रसाद की चेतावनी
एलवीपीईआई के कल्लम अंजी रेड्डी परिसर में आपातकालीन सेवाओं की प्रभारी डॉ. नव्या चेरुकुरी ने कहा कि दुर्घटनावश भले ही आंख में चोट मामूली लगे, चिकित्सा सहायता लेने में देरी नहीं करनी चाहिए। इसके दीर्घकालिक परिणाम गंभीर हो सकते हैं। आतिशबाजी के दौरान आंख पर चोट लगने की स्थिति किसी भी तरह का दबाव डालने से बचना चाहिए। इससे समस्या और बढ़ सकती है। चोटग्रस्त आंख को छूने या रगड़ना भी नहीं चाहिए।
अगर आँख में कोई बाहरी वस्तु या कचरा फंस गया हो, तो उसे खुद निकालने की कोशिश न करनी चाहिए। इसके अलावा बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के आंख पर किसी प्रकार का मलहम, क्रीम नहीं लगानी चाहिए। साथ ही कोई भी घरेलू उपचार भी नहीं अपनाना चाहिए। भले ही मामूली चोट लगे, तत्काल प्रभाव से किसी नेत्र चिकित्सक का परामर्श लेना चाहिए। आतिशबाजी के दौरान छोटी-छोटी सावधानियों को अपनाकर सभी के साथ सुरक्षित तथा आनंदमय दीपावली मनाई जा सकती है।
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