मोदी करेंगे ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ का उद्घाटन, निवेश पर फोकस


नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को नई दिल्ली के भारत मंडपम में वर्ल्ड फूड इंडिया के चौथे संस्करण का उद्घाटन करेंगे। चार दिवसीय यह मेगा कार्यक्रम एक लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में आयोजित होगा और 28 सितंबर तक चलेगा। यह देश के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन माना जा रहा है, जिसमें 21 देशों, 21 भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, 10 केंद्रीय मंत्रालयों और 5 सहयोगी सरकारी संगठनों की भागीदारी होगी।
उद्घाटन सत्र में रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री पत्रुशेव, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान और खाद्य प्रसंस्करण व रेलवे राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू मौजूद रहेंगे। इस बार न्यूजीलैंड और सऊदी अरब साझेदार देश होंगे, जबकि जापान, रूस, यूएई और वियतनाम फोकस देश रहेंगे। आयोजन में 1,700 से अधिक प्रदर्शक, 500 अंतरराष्ट्रीय खरीदार और 100 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
वर्ल्ड फूड इंडिया’ से किसानों और उद्यमियों को लाभ
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि यह आयोजन केवल ट्रेड शो नहीं बल्कि एक “परिवर्तनकारी मंच” है जो भारत को खाद्य नवाचार, निवेश और स्थिरता का वैश्विक केंद्र बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह आयोजन “Food Basket of the World” के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा।
इस आयोजन में 45 से अधिक ज्ञान सत्र होंगे जिनमें विषय आधारित चर्चाएं, राज्य व देश-विशेष सम्मेलन और 100 से अधिक वैश्विक एग्री-फूड नेताओं के साथ सीएक्सओ राउंडटेबल शामिल होंगे। साथ ही, कई समानांतर कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें एफएसएसएआई द्वारा तीसरा ग्लोबल फूड रेगुलेटर्स समिट, एसईएआई द्वारा 24वां इंडिया इंटरनेशनल सीफूड शो और एपीडा द्वारा 1,000 से अधिक खरीदारों के साथ रिवर्स बायर-सेलर मीट शामिल हैं। विशेष प्रदर्शनियों में अंतरराष्ट्रीय, राज्य और मंत्रालय मंडपों के साथ पालतू भोजन, तकनीक और स्टार्टअप नवाचारों पर भी फोकस होगा।

वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 पांच मुख्य स्तंभों -सस्टेनेबिलिटी और नेट जीरो फूड प्रोसेसिंग, भारत को वैश्विक केंद्र बनाना, खाद्य प्रसंस्करण और पैकेजिंग तकनीकों में प्रगति, पोषण और वेलनेस के लिए खाद्य उत्पाद, तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए पशुधन और समुद्री उत्पाद पर आधारित है।
इससे पहले चिराग पासवान ने “Frequently Asked Questions on Different Concepts of Food Processing” नामक प्रकाशन भी लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना और उपभोक्ताओं को विज्ञान-आधारित जानकारी देकर सही विकल्प चुनने में मदद करना है।
मंत्रालय ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, मत्स्य विभाग, पशुपालन और डेयरी विभाग, एमएसएमई मंत्रालय, एपीडा, एमपेडा और विभिन्न कमोडिटी बोर्ड्स का सहयोग मिला है। मंत्रालय का कहना है कि वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 भारत की खाद्य प्रसंस्करण यात्रा को प्रदर्शित करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग व निवेश अवसरों को बढ़ाने वाला एक ऐतिहासिक वैश्विक मंच साबित होगा।-(PIB) (भाषा)
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