एनआईपीएचएम एवं पीजेटीएयू के मध्य समझौता


हैदराबाद, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय वनस्पति स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान (एनआईपीएचएम), हैदराबाद ने हैदराबाद में प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय (पीजेटीएसएयू) के साथ समझौते ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। समझौते ज्ञापन पर पीजेटीएसए के कुलपति प्रोफेसर अलदास जनैया और एनआईपीएचएम के महानिदेशक डॉ. सागर हनुमान सिंह, आईपीओएस ने दोनों संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
इस सहयोग के माध्यम से एनआईपीएचएम और पीजेटीएयू संयुक्त रूप से वनस्पति स्वास्थ्य प्रबंधन में डिप्लोमा (6 माह) और स्नातकोत्तर डिप्लोमा (12 माह) कार्यक्रम प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रमों का उद्देश्य वनस्पति स्वास्थ्य विशेषज्ञों और पीड़कनाशी गुणवत्ता एवं अवशेष विश्लेषण में विशेषज्ञों को तैयार करना है, जिसमें वनस्पति स्वास्थ्य प्रबंधन, पादप जैव सुरक्षा, पीड़क प्रबंधन एवं वनस्पति स्वास्थ्य अभियांत्रिकी में विशेषज्ञता के विकल्प शामिल हैं।
यह पाठ्यक्रम एक सशक्त व्यावहारिक अभिविन्यास के साथ संरचित हैं, जिसमें कक्षा शिक्षण, प्रयोगशाला सत्र, क्षेत्र भ्रमण, किसान फील्ड स्कूल, व्यावहारिक प्रशिक्षण और उद्योग अनुभव शामिल हैं। छात्रों को जीसी-एमएस/एमएस और एलसी-एमएस/एमएस जैसे उन्नत उपकरणों से सुसज्जित अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं का अनुभव प्राप्त होगा। साथ ही कौशल संवर्धन ऐच्छिक विषयों, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर भी मिलेंगे।

यह भी पढ़ें… बद्रुका कॉलेज में हिन्दी दिवस आयोजित
अवसर पर पीजेटीएसएयू के कुलपति ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस साझेदारी से छात्रों के लिए शैक्षिक अवसर बढ़ेंगे और उनके कॅरियर की संभावनाएँ मज़बूत होंगी। एनआईपीएचएम के महानिदेशक ने इस बात पर ज़ोर दिया कि संस्थान पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ प्रथाओं को आगे बढ़ाने एवं कृषि क्षेत्र में कुशल पेशेवरों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।
