राशन डीलरों के प्रति केंद्र और राज्य का उपेक्षित रवैया : हरीश राव


हैदराबाद, बीआरएस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री हरीश राव ने केंद्र और राज्य सरकारों पर राशन डीलरों के प्रति लापरवाह रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई। हरीश राव मंगलवार को अपने आवास पर राशन डीलरों से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि महीनों से राशन डीलरों को उनका कमीशन नहीं मिला है। इससे उनका जीवन कठिनाइयों में फँसा हुआ है।
गरीबों को राशन बांटकर उनकी भूख मिटाने वाले डीलर कांग्रेस और भाजपा सरकारों के रवैये के कारण भुखमरी जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। यह सरकार मूकदर्शक बनी हूई है, जबकि राशन डीलरों को राशन वितरण से संबंधित कमीशन न मिलने के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हरीश राव ने याद दिलाया कि बीआरएस सरकार के दौरान राशन डीलरों को सचिवालय में आमंत्रित कर उनकी समस्याओं का समाधान किया गया था और प्रति मीट्रिक टन दिया जाने वाला कमीशन 900 रुपये से बढ़ाकर 1400 रुपये कर दिया गया था। कोरोना काल में 100 डीलरों के उत्तराधिकारियों को अनुकंपा नियुक्ति भी दी गई थी। हरीश राव ने आरोप लगाया कि चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे पूरे नहीं किये जा रहे हैं।

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डीलरों के साथ छलावा किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से मांग की कि छह महीने से लंबित केंद्र सरकार का कमीशन और राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला सितंबर का कमीशन तुरंत जारी किया जाए। हरीश राव ने राज्य सरकार से मांग की कि चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार 5 हजार मानदेय और कमीशन में बढ़ोत्तरी की घोषणा की जाए।
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