तेलंगाना : टिकट की कमाई से करना होगा कल्याण, फिल्म से मिलने वाली आय का 20 प्रतिशत हिस्सा देना होगा
 
						
हैदराबाद, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार तेलंगाना राइजिंग – 2047 योजना को लेकर आगे बढ़ रही है और आईटी व फार्मा की तरह फिल्म उद्योग को भी प्राथमिकता दे रही है। तेलंगाना राइजिंग – 2047 योजना में फिल्म उद्योग के लिए एक विशेष अध्याय होगा। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि निर्माताओं को फिल्म से होने वाली आय का 20 प्रतिशत हिस्सा श्रमिकों को देना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में टिकट की कीमतें बढ़ानी है, तो उस फिल्म से मिलने वाली आय का 20 प्रतिशत हिस्सा श्रमिक कल्याण कोष में देना होगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद ही टिकट की कीमतों को बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी।

इसके लिए संबंधित नियमों में संशोधन किया जाएगा। यूसुफगुड़ा पुलिस मैदान में आज फिल्म श्रमिक संघों के तत्वावधान में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के लिए एक सम्मान सभा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में बीसी कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर, सांसद अनिल कुमार यादव सहित कई विधायक, फिल्म निर्माता, निर्देशक और फिल्म श्रमिक संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आरोग्यश्री योजना के माध्यम से फिल्म श्रमिकों की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी।
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फिल्म श्रमिकों के लिए 10 करोड़ का कल्याण कोष प्रस्तावित
मुख्यमंत्री ने फिल्म श्रमिकों के कल्याण के लिए एक कल्याण कोष स्थापित करने का भी सुझाव दिया और वादा किया कि राज्य सरकार उस कल्याण कोष में 10 करोड़ रुपये प्रदान करेगी। उन्होंने याद दिलाया कि अतीत में दिवंगत सीएम मर्री चेन्ना रेड्डी ने तेलुगु फिल्म उद्योग को तत्कालीन मद्रास से हैदराबाद स्थानांतरित करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। चेन्ना रेड्डी ने प्रसिद्ध अभिनेताओं जैसे एनटीआर, एएनआर, कृष्णा आदि से संपर्क किया और उन्हें हैदराबाद आने के लिए प्रोत्साहित किया।

मुख्यमंत्री ने याद किया कि तत्कालीन प्रसिद्ध अभिनेता दिवंगत प्रभाकर रेड्डी ने मणिकोंडा में अपनी 10 एकड़ जमीन फिल्म श्रमिकों के लिए दी थी और फिल्म श्रमिकों के लिए वहां पर चित्रपुरी कॉलोनी स्थापित करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वे फिल्म श्रमिकों की दिन-रात की मेहनत और कठिनाइयों को अच्छी तरह से समझते हैं। बंद हो चुके नंदी पुरस्कारों के स्थान पर गद्दर पुरस्कार दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलुगु सिनेमा को ऑस्कर स्तर तक पहुंचाने के पीछे फिल्म श्रमिकों का श्रम है। हमारी सरकार का लक्ष्य हैदराबाद को विश्व फिल्म उद्योग का एक प्रमुख केंद्र बनाना है। उन्होंने फिल्म श्रमिकों के संतान के लिए नर्सरी से 12वीं कक्षा तक कॉर्पोरेट स्तर का स्कूल बनवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फिल्म श्रमिक संघ भवन के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता देने को भी तैयार है। उन्होंने बताया कि भारत फ्यूचर सिटी में फिल्म फाइटर प्रशिक्षण के लिए जगह आवंटित की जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार फिल्म श्रमिकों के साथ खड़ी रहेगी और उनके कल्याण के लिए एक योजना के साथ आगे बढ़ेगी।
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