तीन नाबालिग खिलाड़ियों पर डोपिंग के लिए तीन साल का प्रतिबंध


नयी दिल्ली, दो एथलेटिक्स और एक भारोत्तोलन खिलाड़ी सहित तीन नाबालिग खिलाड़ी उन खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं जिन पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने चार साल के बजाय तीन साल का प्रतिबंध लगाया है क्योंकि इन्होंने आरोप लगने के 20 दिन के भीतर अपना अपराध स्वीकार कर लिया था।
दोनों नाबालिग ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों का मेफेनटेरमाइन के लिए परीक्षण पॉजिटिव आया था। यह दवा निम्न रक्तचाप के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती थी लेकिन अब इसका इस्तेमाल लगभग बंद हो गया है। नाडा ने 29 सितंबर को दोनों पर कम प्रतिबंध लगाया था लेकिन सूची बृहस्पतिवार को ही अपडेट की गई। नाबालिग भारोत्तोलक का मेटांडिएनोन के लिए परीक्षण पॉजिटिव आया था जो एक एंड्रोजन और एनाबॉलिक स्टेरॉयड है।

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तीन एथलीट और एक पावरलिफ्टर ने भी कम प्रतिबंध का विकल्प चुना है। ज्योति (महिलाओं की मध्य दूरी/लंबी दूरी), रुंजुन पेगु (महिला भाला फेंक) और मीनू (स्टीपलचेज) के साथ-साथ सलोनी त्यागी (पावरलिफ्टर) को चार साल की जगह तीन साल की कम सजा मिली है। अन्य दो प्रभात कुमार (कैनोई, टेस्टोस्टक्रोन) और थंगटानर नाओरहा मैतेई (वुशु, मेफेन्टरमाइन) पर भी चार साल की जगह तीन साल का प्रतिबंध लगाया गया है। (भाषा)
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