तुम्मला ने बंडी संजय और किशन रेड्डी को लिखा पत्र, कपास खरीद के लिए नमी मात्रा 20% करने की माँग

हैदराबाद, तेलंगाना के कृषि, विपणन एवं सहकारिता मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव ने राज्य के कपास किसानों की समस्या को केंद्र के सामने उठाते हुए माँग की है कि कपास खरीद के लिए स्वीकार्य नमी की मात्रा 20 प्रतिशत तक करने से किसानों को लाभ होगा। कृषि मंत्री ने इस संबंध में सीसीआई के सीएमडी से फोन पर बात की और केंद्रीय मंत्री बंडी संजय व किशन रेड्डी को पत्र लिखकर पहल करने का अनुरोध किया है।

तुम्मला ने दोनों केंद्रीय मंत्रियों को लिखे पत्र में चालू सीज़न के दौरान भारतीय कपास निगम (सीसीआई) के नए खरीद दिशा निर्देशों का उल्लेख करते हुए कहा कि तेलंगाना राज्य में प्रति एकड़ अनुमेय उपज को राज्य कृषि विभाग द्वारा सुझाए गए 11.74 क्विंटल के बजाय घटाकर 7 क्विंटल कर दिया गया। सीसीआई ने 21 अत्तूबर को खरीद शुरू की और अब तक स्लॉट बुकिंग के माध्यम से 5,169 किसानों से 82.00 करोड़ रुपये की 10,434 मीट्रिक टन कपास की खरीद की गई।

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कपास खरीद में नमी सीमा और उपज पुनः जांच की मांग

मंत्री ने कहा कि अत्तूबर-नवंबर में जलवायु परिस्थितियों के कारण कपास में नमी की मात्रा सामान्यत 12 से 20 प्रतिशत के बीच रहती है, जबकि सीसीआई वर्तमान में मौजूदा मानदंडों के अनुसार केवल 8-12 प्रतिशत नमी वाले कपास की ही खरीद करना निर्धारित किया गया है। इस प्रतिबंध के कारण किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य प्राप्त करने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए यह सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया गया है।

तुम्मला ने राज्य की औसत उपज की पुन जांच करने तथा इसे 11.74 क्विंटल प्रति एकड़ के पूर्व स्तर पर बहाल करने की भी मांग की है। साथ ही कहा कि तेलंगाना कॉटन मिलर्स एंड ट्रेडर्स वेल्फेयर असोसिएशन द्वारा जिनिंग मिलों (एल1-एल12) के वर्गीकरण के संबंध में उठाए गए परिचालन संबंधी मुद्दों का समाधान किया जाए और कपास सीजन 2025-26 के दौरान एमएसपी के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सभी मिलों से एक साथ खरीद की अनुमति दी जाए। कृषि मंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर सीसीआई के सीएमडी से फोन पर बातचीत की।

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