इंदौर में भारत का पहला हरित अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र शुरू


इंदौर: स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के तहत भारत का पहला पीपीपी-मॉडल आधारित हरित अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र इंदौर में शुरू होने जा रहा है। यह संयंत्र पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने और हरित अपशिष्ट को मूल्यवान संसाधनों में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

हरित अपशिष्ट से ऊर्जा और राजस्व दोनों का होगा उत्पादन
इस अत्याधुनिक संयंत्र को बिचोली हप्सी में 55,000 वर्ग फीट भूमि पर विकसित किया गया है, जहां लकड़ी और शाखाओं को पुनःप्रक्रिया कर लकड़ी की पट्टियों में बदला जाएगा। ये पट्टियां कोयले के विकल्प के रूप में कार्य करेंगी और ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देंगी। इस पहल से इंदौर नगर निगम (आईएमसी) को प्रति टन लगभग 3,000 रुपये की रॉयल्टी प्राप्त होगी।

स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा
नगर निगम और एस्ट्रोनॉमिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से संचालित इस संयंत्र में हरित अपशिष्ट को सूखाकर बायोडिग्रेडेबल उत्पादों में बदला जाएगा। इससे पर्यावरणीय प्रदूषण को कम करने, प्लास्टिक कचरे को घटाने और ऊर्जा उत्पादन के लिए कोयले का एक स्वच्छ विकल्प प्रदान करने में मदद मिलेगी।
यह परियोजना स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा मुक्त शहरों के दृष्टिकोण को मजबूत करेगी और अपशिष्ट प्रबंधन के नवाचारों को एक नया आयाम देगी।( PIB)
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