भारत-फ्रांस नौसैनिक अभ्यास वरुण 2025 – सामरिक सहयोग को नया आयाम


विमानवाहक पोत विक्रांत और चार्ल्स डी गॉल की संयुक्त भागीदारी
नई दिल्ली भारत और फ्रांस के बीच नौसैनिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए बहुप्रतीक्षित द्विपक्षीय अभ्यास वरुण 2025 का आयोजन 19 से 22 मार्च, 2025 होने जा रहा है। यह अभ्यास समुद्री सुरक्षा और परिचालन सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए महत्वपूर्ण होगा। इस संस्करण में भारत का विमानवाहक पोत विक्रांत और फ्रांस का चार्ल्स डी गॉल अपने लड़ाकू विमानों, विध्वंसक जहाजों और फ्रिगेट्स के साथ भाग लेंगे।

वायु एवं पनडुब्बी युद्धाभ्यास पर विशेष जोर
वरुण 2025 के तहत राफेल-एम और मिग-29के के बीच हवाई संघर्ष अभ्यास होगा, जो दोनों देशों की वायु शक्ति को परखने का बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा। इसके अलावा, पनडुब्बी रोधी युद्धाभ्यास में उन्नत प्रशिक्षण होगा, जिसमें भारतीय स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी भाग लेगी।

समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग का विस्तार
इस अभ्यास में सतह युद्ध संचालन, समुद्री गश्ती, पुनःपूर्ति अभ्यास और सामरिक युद्धाभ्यास शामिल होंगे। भारत और फ्रांस की नौसेनाएं एक स्वतंत्र और सुरक्षित समुद्री वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगी। यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
वरुण 2025 दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच गहरे सामरिक संबंधों और सहयोग को दर्शाता है जो भविष्य में और मजबूत होते रहेंगे।( PIB)
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