गुड़िया रानी (बाल कविता)

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आती-जाती है सरपट,
गुड़िया रानी है नटखट
चार बनाती है चोटी,
खेला करती है गोटी
बात बनाती है चटपट,
गुड़िया रानी है नटखट
मेवा और मलाई का,
पीती दूध कढ़ाई का
खाना खाती है झटपट,
गुड़िया रानी है नटखट
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ए बी सी डी ई पढती,
वन टू थ्री पूरी लिखती
अ आ इ ई लेती रट,
गुड़िया रानी है नटखट
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