स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं के विकास में तेलंगाना अग्रणी

स्वास्थ्य तथा चिकित्सा सुविधाओं के सुधार में तेलंगाना अग्रणी राज्य बना हुआ है। यहाँ हर वर्ग तक उन्नत तथा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सुनिश्चित की जा रही है। तेलंगाना सार्वजनिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने, स्वास्थ्य असमानताओं को कम करने और भारत में समग्र स्वास्थ्य सेवा उत्कृष्टता के लिए एक आदर्श राज्य बनने की ओर अग्रसर है। स्वास्थ्य सेवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए इस वर्ष बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 12,393 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। जो पिछले वर्ष की तुलना में कहीं अधिक है।
तेलंगाना के स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य अपनी उपलब्धियों को आगे बढ़ाना और रोगी-केंद्रित, न्यायसंगत और टिकाऊ दृष्टिकोण के माध्यम से उभरती चुनौतियों का समाधान करना है। सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना इसकी प्राथमिकता है। जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं तक पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, कार्यबल क्षमता निर्माण और टेली-मानस और एनक्यूएएस जैसे अभिनव कार्यक्रमों में निरंतर निवेश प्रमाणन कुशल और प्रभावी सेवा वितरण सुनिश्चित करेगा।
आरोग्यश्री विस्तार और चिकित्सा शिक्षा में वृद्धि
गैर-संचारी रोगों, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और वृद्धावस्था देखभाल के सभी स्तरों पर सेवाओं के बेहतर एकीकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखा जा रहा है। डिजिटल स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाना, स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों को बढ़ाना और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना यहां निवारक और प्रोत्साहन देने वाली स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने में मदद करने वाला सिद्ध हो रहा है।

इनमें से कुछ पहलों पर गौर किया जाए तो राजीव आरोग्यश्री योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कवरेज को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये प्रति परिवार प्रति वर्ष कर दिया गया है। सरकार ने 163 नई उन्नत चिकित्सा प्रक्रियाएं शुरू की हैं, जिससे कुल संख्या 1,672 से बढ़कर 1,835 हो गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनवरी, 2025 तक कुल 2,92,667 लाभार्थियों ने आरोग्यश्री के तहत लाभ उठाया है, जिसके लिए 1,250.6 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया।
2024-25 में आठ नए सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए, जिससे कॉलेजों की कुल संख्या 35 हो गई और एमबीबीएस सीटें 4,090 हो गईं। सोलह नए सरकारी नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए गए हैं जिससे कुल संख्या 37 हो गई और बीएससी सीटें 2,360 हो गईं। 28 नए संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान महाविद्यालय स्थापित किए गए, जिससे महाविद्यालयों की कुल संख्या 40 हो गई और सीटें 3,122 हो गईं। 137 करोड़ रुपये की लागत से 22 केंद्रीय औषधि भंडार स्थापित किए गए।
मातृ-शिशु स्वास्थ्य और आपात सेवा में सुधार
तेलंगाना सरकार की स्वास्थ्य सेवा पहलों और नीतियों में लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता साफ झलकती है। राज्य ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच, गुणवत्ता और समानता को बढ़ाने पर प्राथमिकता दी है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा नेटवर्क को मजबूत करने, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों का विस्तार करने और उन्नत स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों को लागू करने जैसी सक्रिय स्वास्थ्य रणनीतियों ने महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार किया है।
तेलंगाना में 97 प्रतिशत प्रसव स्वास्थ्य सुविधाओं अथवा संस्थानों में हो रहे हैं, जिससे सुरक्षित प्रसव और बेहतर मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित हो रही है। राज्य में एम्बुलेंस सेवा भी बेहतरीन कार्य कर रही है और राज्य सरकार ने 213 एम्बुलेंस इसमें और जोड़ी हैं, जिससे प्रति एम्बुलेंस जनसंख्या कवरेज 86,500 से घटकर 66,500 हो गई है तथा ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में आपातकालीन प्रतिक्रिया समय 5-6 मिनट कम हो गया है।
सरकार महिलाओं के लिए पोषण और स्वास्थ्य परिणामों को बढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। नीतिगत सुधारों और अभिनव, लक्षित दृष्टिकोणों के माध्यम से बच्चों और किशोरों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए काम किया जा रहा है। इस प्रतिबद्धता का मुख्य फोकस किशोरों द्वारा सामना की जाने वाली स्वास्थ्य और पोषण संबंधी चुनौतियों का समाधान करना है। इसके अतिरिक्त विभाग एनीमिया जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम कर रहा है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में नवाचार और सशक्तिकरण
तेलंगाना ने निवारक देखभाल और जागरूकता अभियानों पर भी ध्यान केंद्रित किया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी और पहुँच के साथ सशक्त बनाया जाए। प्रणालीगत चुनौतियों का समाधान करके और स्वास्थ्य सेवा वितरण में नवाचार को बढ़ावा देकर, तेलंगाना स्वास्थ्य प्रशासन के लिए मानक स्थापित करना जारी रखा है, जिससे एक स्वस्थ और अधिक लचीला समाज बनाने के लिए उसकी प्रतिबद्धता मजबूत होती है। सुपर स्पेशलिटी स्वास्थ्य सेवाओं को आम आदमी की पहुंच में लाने के उद्देश्य से सरकार बडे पैमाने पर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल स्थापित कर रही है।

उन्नत स्वास्थ्य अवसंरचना एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ बनती है, जो गुणवत्तापूर्ण देखभाल प्रदान करने और सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य परिणामों को बढ़ावा देने में सक्षम बनाती है। तेलंगाना इस महत्वपूर्ण नींव को मजबूत करते हुए यह सुनिश्चित कर रहा है कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा एक विशेषाधिकार नहीं बल्कि मूलभूत अधिकार है, जो सभी के लिए सुलभ होना चाहिए, इसके लिए राज्य का स्वास्थ्य विभाग अपने मिशन में दृढ़ है।
राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के अपने नेटवर्क को सक्रिय रूप से बढ़ा रही है, स्वास्थ्य सेवा पहुँच में अंतर को पाटने के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। तेलंगाना सरकार नागरिक जुड़ाव में सुधार करने और अधिक प्रभावी लाभार्थी निगरानी और प्रतिक्रिया को सक्षम करने के लिए पोषण और स्वास्थ्य ट्रैकिंग सिस्टम एप्लिकेशन को परिष्कृत करके ई-गवर्नेंस ढांचे को भी बढ़ा रही है। इन प्रयासों का उद्देश्य सेवा वितरण की पहुँच और गुणवत्ता को बढ़ाना है। इसके साथ ही राज्य सरकार सभी स्तरों पर मौजूदा कार्यबल के कौशल और प्रभावशीलता को मजबूत करने के लिए क्षमता निर्माण पहलों में भी निवेश कर रही है।
–श्रद्धा विजयलक्ष्मी
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