निजामाबाद में होली समारोह को लेकर तनाव


निजामाबाद/हैदराबाद,- निजामाबाद जिले के सालूर मंडल के हंसा गांव में होली के दौरान एक सदी पुरानी परंपरा को रोकने के लिए पुलिस के हस्तक्षेप के बाद तनाव बढ़ गया है।
100 साल पुरानी परंपरा पर रोक
करीब 100 वर्षों से, गांव के लोग होली पर “आकाशीय बिजली प्रहार” (लाइटनिंग स्ट्राइक) परंपरा का पालन करते आ रहे हैं। हर साल वे इसी पारंपरिक तरीके से होली मनाते हैं। लेकिन इस साल, पुलिस ने इस परंपरा पर रोक लगाते हुए नोटिस जारी किए हैं और चेतावनी दी है कि जो भी इसका उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गांव वालों में रोष, पुलिस का आदेश मानने से इनकार
गांव के लोग पुलिस के हस्तक्षेप से नाराज़ हैं और मानते हैं कि इस परंपरा को छोड़ने से गांव दुर्भाग्य का शिकार हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि चाहे कितनी भी पाबंदियां लगाई जाएं, वे अपनी सदियों पुरानी परंपरा को नहीं छोड़ेंगे। कई लोगों ने सवाल उठाया है कि जो परंपरा 100 साल से चली आ रही है, उसे अचानक कैसे रोका जा सकता है?

धारा 144 लागू, तनावपूर्ण माहौल
दूसरी ओर, पुलिस अपने रुख पर अडिग है और कह रही है कि इस परंपरा को जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव में धारा 144 लागू कर दी गई है ताकि भीड़ न जुटे। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, क्योंकि यह स्पष्ट नहीं है कि गांव वाले पुलिस के आदेशों का पालन करेंगे या अपनी परंपरा को जारी रखेंगे।
राज्यभर में जोश के साथ मनाई जा रही होली
इस बीच, पूरे राज्य में होली का जश्न पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सड़कों पर रंगों की धूम मची हुई है और हर उम्र के लोग इस त्योहार का आनंद ले रहे हैं। आमतौर पर होली रंगों और पानी से मनाई जाती है, लेकिन हंसा गांव की परंपरा सबसे अलग है। गांव वालों का मानना है कि उनका यह अनोखा तरीका गांव की खुशहाली और समृद्धि के लिए जरूरी है।
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