हैदराबाद - स्वास्थ्य मंत्री टी.हरीश राव ने बताया कि शीघ्र ही चयनित 9 जिलों में गर्भवती महिलाओं को केसीआर न्यूट्रिशन किट्स का वितरण शुरू करने जा रहे हैं।
मंत्री टी.हरीश राव ने अधिकारियों से टेली कॉन्फ्रेंस कर परथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं की कार्यशैली की समीक्षा की। उन्होंने प्रति महीने गर्भवती महिलाओं के लिए एएनसी परीक्षण अनिवार्य रूप से करने के आदेश देते हुए कहा कि इन परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर महिलाओं को आवश्यक औषधियाँ दी जाएँ। चयनित 9 जिलों में खून की कमी व कुपोषण का शिकार गर्भवती महिलाओं को केसीआर पौष्टिक आहार किट्स दिये जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को प्रसव के दिन ही केसीआर न्यूट्रिशन किट्स देने के लिए आवश्यक कदम उठाने के आदेश दिये। साथ ही सरकारी अस्पतालों में अधिक प्रसव होने के प्रति ध्यान देने के आदेश देते हुए कहा कि निजामाबाद, सूर्यापेट, हनुमाकोंडा, जगित्याल, करीमनगर, मंचीरियाल आदि जिलों में 45 प्रतिशत से अधिक प्रसव निजी अस्पतालों में हो रहे हैं। उन्होंने स्वास्थ्य उच्च अधिकारियों व जिला अधिकारियों को इन जिलों में मौजूदा परिस्थिति की समीक्षा करने के आदेश दिये।
हरीश राव ने कहा कि मेदक, मुलुगु आदि जिलों में 80 प्रतिशत प्रसव सरकारी अस्पतालों में हो रहे हैं, तो क्यों अन्य जिलों में ऐसा नहीं हो रहा है, इसका अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने सरकारी अस्पतालों में सभी आवश्यक व अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराया है, ऐसे में शत प्रतिशत प्रसव वहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि राज्यभर में पिछले महीने में 57.99 प्रतिशत सी-सेक्शन ऑपरेशन हुए। हनुमाकोंडा, जगित्याल, जयशंकर भूपालपल्ली, करीमनगर, महबूबाबाद, निर्मल, निजामाबाद, सिरिसिल्ला आदि जिलों में अत्यधिक सी-सेक्शन ऑपरेशन हो रहे हैं। इनका नियंत्रण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माता-शिशु जान के लिए खतरा होने पर ही सी-सेक्शन ऑपरेशन करना चाहिए और अन्य मामलों में सामान्य प्रसव को ही परथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने नवजात शिशुओं को टीकाकरण को सुनिश्चित करने तथा टीकाकरण कम हुए जिलों के प्रति विशेष ध्यान देने के आदेश भी दिया।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव रिज्वी, परिवार कल्याण आयुत्त श्वेता मोहंती, सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक श्रीनिवास राव व अन्य उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव रिज्वी, परिवार कल्याण आयुत्त श्वेता मोहंती, सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक श्रीनिवास राव व अन्य उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।