कोरा संघ में नवग्रह जाप आरंभ
हैदराबाद, सिख छावनी स्थित श्री आनंद जैन भवन कोरा में श्री जैन श्रावक संघ कोरा के तत्वावधान में राजमतीश्रीजी म.सा. राजुल आदि ठाणा-3 के सान्निध्य में नवग्रह जाप आरंभ हुआ। नवग्रह जाप के प्रथम दिन सूर्य के मनुष्य राशि में पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी दी गई। मंत्री अनिल तातेड़ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, विनयश्रीजी म.सा. ने सभी 12 राशियों और नौ ग्रह के मनुष्य जीवन में पड़ने वाले प्रभाव एवं नवग्रह के जाप से होने वाले परिवर्तन की जानकारी दी।
पूज्यश्री ने कहा कि नवग्रह का पहला सूर्य का जाप है। हमारी 12 राशियाँ होती हैं और 12 राशि में नौ ग्रह होते हैं। हमारा शरीर पाँच तत्वों अग्नि, पृथ्वी, वायु, जल और आकाश तत्वों से बना है। अग्नि तत्व में सूर्य, मंगल, केतु का निवास होता। पृथ्वी तत्व में खुद का निवास होता है। प्रथम सूर्य के अंदर पृथ्वी के साथ अग्नि के साथ हमारे तीन ग्रह निवास करते हैं सूर्य, मंगल, केतु। हम जो भी खाते हैं, उसे पचाने का कार्य अग्नि करती है।
सूर्य ग्रह और नौ ग्रहों के जीवन पर प्रभाव
12 राशियों में नौ ग्रह अलग-अलग जगह निवास करते हैं। जो भी राशि है उस राशि के सूर्य उसके साथ होता है। सूर्य ग्रह हमारे पिता के समान होता है। जिस प्रकार पिता हमारा ख्याल रखते हैं, वैसे ही हमारा सूर्य ख्याल रखता है। जब सूर्य में दोष लग जाता है, तो गड़बड़ हो जाती है, शरीर में आदि व्याधि होती है, आँखों की रौशनी कम होती है, मुँह में लार बार-बार आना शुरू होता है। शरीर में कमजोरी अशुभ ग्रह के कारण आनी शुरू होती है।
बीमारी सूर्य ग्रह के कम प्रभाव के कारण आती है और इसे ठीक करने के लिए जप, साधना, आराधना करेंगे, तो जो सूर्य ग्रह कमजोर था वह वापस मजबूत और शुभ बनेगा। इससे शत्रु भी मित्र बनेगा। 9 ग्रह में शुभ और अशुभ मित्र होते हैं। म.सा. ने कहा कि जीवन में कभी-कभी ऐसी परिस्थिति भी आती है, जब जीवन का जो शुभ ग्रह था वह अशुभ होने लगता है। पहले कार्य अच्छा था, अब एकदम से बंद हो गया, उसमें रुकावट आनी शुरू हो गई। ग्रह के अंदर अशुभ आ गया है, इसके कारण कार्य बाधक हो रहा है। जप से अशुभ ग्रह को दूर कर शुभ ग्रह को प्रारंभ किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें… शुद्ध भाव से ही होते हैं भव कम : राजमतीजी म.सा.
नवग्रह जाप: सूर्य और अन्य ग्रहों के प्रभाव पर जानकारी
म.सा. ने कहा कि सूर्य को प्रबल बनाना जरूरी है, क्योंकि वह ऊर्जा, शक्ति, साधना बढ़ाता है। हर कार्य में तेजस्वी बनाता है। सूर्य बलवान है, तो कार्य रुकने वाला नहीं है। नौ ग्रह की साधना जीवन में बदलाव लाने के लिए शुरू की गई है। नौ ग्रह 12 राशि में समावेश होते हैं। हर राशि में हर ग्रह का आगमन होता है। सूर्य गया तो मंगल आ गया, पृथ्वी का आगमन होता है। राशियों में ग्रह गमन जल्दी-जल्दी होता है, पर एक शनि ग्रह ऐसा है, जो धीमी गति से आता और धीमी गति से ही जाता है, जो राशियों को प्रभावित करता है।
बाकी ग्रह आसानी से चले जाते हैं। कल चन्द्र का जाप होगा। इसमें महिलाएँ सफेद रंग की साड़ी और पुरुष सफेद वस्त्र धारण कर हिस्सा लें। इस नौ दिन के जाप में किसी भी दिन अनुपस्थित न रहें, वरना जाप का प्रभाव नहीं पड़ेगा। मंच संचालन करते हुए महामंत्री गौतमचंद मुथा ने सभी का स्वागत किया। मंगलवार, 23 सितंबर को नव ग्रह जाप जैन विधि से सुबह 9.15 से 10.15 तक किया जाएगा। प्रभावना के लाभार्थी शांतिलाल गौतमचंद विनोद कुमार प्रमोद कुमार अनिल कुमार भव्य कुमार अक्षय कुमार आदर्श हर्ष दिव्यान श्रीश्रीमाल परिवार की ओर से रखी गई।
अब आपके लिए डेली हिंदी मिलाप द्वारा हर दिन ताज़ा समाचार और सूचनाओं की जानकारी के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल की सेवाएं प्रस्तुत हैं। हमें फॉलो करने के लिए लिए Facebook , Instagram और Twitter पर क्लिक करें।





