समर्थ और शत्तिशाली बनाती है सहनशीलता : कपिलमुनिजी
हैदराबाद, डबीरपुरा स्थित जैन स्थानक में विराजित क्रांतिकारी संत श्री कपिलमुनिजी म.सा. ने 21 दिवसीय श्रुतज्ञान गंगा महोत्सव में भगवान महावीर की अंतिम देशना श्री उत्तराध्ययन सूत्र पर प्रवचन के दौरान कहा
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