मुँह खोलने लगे हैं लिलिपुट नेता: कविता
हैदराबाद, तेलंगाना जागृति की संस्थापक व विधान परिषद सदस्य के. कविता रविवार को नलगोंडा जिले से पूर्व मंत्री रहे जी. जगदीश रेड्डी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि संयुक्त नलगोंडा जिले मे बीआरएस का सर्वनाश करने वाले एक लिलिपुट नेता, जो अपनी ही सीट हारते-हारते जरा में जीत गए, वह मेरे बारे में बोल रहे हैं। बंजारा हिल्स स्थित आवास पर संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए एमएलसी कविता ने पूर्व मंत्री जगदीश रेड्डी तथा पूर्व मंत्री पी. सबीता इंद्रा पेड्डी के पुत्र पी. कार्तिक रेड्डी का नाम लिए बिना कड़ी आलोचना की।
कविता ने कहा कि संयुक्त नलगोंडा जिले के 11 निर्वाचन क्षेत्रों में बीआरएस की हार का मुख्य कारण वही नेता (जगदीश रेड्डी) और नलगोंडा में बीआरएस के सर्वनाश का कारण भी। उन्होंने कहा कि यदि केसीआर न होते, तो यह नेता कहाँ होते। केसीआर ने ही सभी को जनता से परिचित चय करवाया। उन्होंने पट्टलोल्ला कार्तिक रेड्डी को छोटा बच्चा करार देते हुए कहा कि लिल्लीपुट नेता के बयान के बाद अब छोटे नेता भी मुँह खोलने लगे हैं, जबकि इनका तेलंगाना आंदोलन के संबंध नहीं है।कविता ने कहा कि बीआरएस के सत्ता में आने के बाद पार्टी में पद के लिए आकर अब उल्टे हम पर ही शेर हो रहे हैं।
कविता का तीखा वार: पार्टी चुप्पी और विरोध पर सवाल
कविता ने र्तिक रेड्डी का नाम न लेते हुए चेतावनी दी कि बच्चे हैं तो बच्चे की तरह रहें, बड़ों के मामलों में टांग न अड़ाएँ। जिस विषय की जानकारी न हो, उस मामले में न पड़ें तो ठीक होगा। कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य तीन मार मल्लन्ना द्वारा उन पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद हुए हंगामें के बावजूद कविता के पक्ष में बीआरएस की ओर से किसी के भी खड़े नहीं होने पर दुःख जताते हुए कविता ने कहा कि बीआरएस से संबंध तक नहीं रखने वाले नेता से मेरे खिलाफ टिप्पणी करवाने में बीआरएस के एक बड़े नेता का हाथ है, जिसके सबूत मौजूद हैं।
इसे समय पर सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजनीति तक तो ठीक है, परंतु एक बेटी के बारे में ओछी टिप्पणी किए जाने पर तेलंगाना में हर किसी ने आक्रोश व्यक्त किया, परंतु बीआरएस की ओर से खामोशी को जनता भी चुपचाप देख रही है। उन्होंने कहा कि पुत्री के तौर पर पिता केसीआर को जो पत्र उन्होंने आंतरिक रूप में लिखा था, उसे सार्वजनिक कर पार्टी के भीतरी मामलों को उजागर कर ड्रामेबाजी की गई। पत्र कैसे लीक हुआ, यह पता है।
बीआरएस के बीजेपी में विलय के संबंध में राज्यसभा सदस्य सी.एम. रमेश के बयान पर कविता ने कहा कि उन्होंने बयान क्यों दिया, यह तो पता नहीं, परंतु मेरे लीक किए गए पत्र और बयान दोनों के बीच संबंध अवश्य है । उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले 5- 6 साल से वह रमेश से कभी नहीं मिलीं। पिछड़ा वर्ग को 42 प्रतिशत आरक्षण की माँग को लेकर भाजपा द्वारा दिए गए धरने को हास्यास्पद बताते हुए कविता ने कहा कि चोर ही जैसे चोर-चोर कहकर चिल्ला रहा हो, ऐसी हालत भाजपा की है।
बीसी आरक्षण पर कविता का कांग्रेस-भाजपा पर हमला
कविता ने कहा कि 42 प्रतिशत आरक्षण से संबंधित कांग्रेस सरकार का जारी आर्डिनेंस राज्यपाल के पास लंबित है। राज्यपाल का अर्थ बीजेपी है। इसी प्रकार विधानसभा में पारित कर राष्ट्रपति को भेजा गया बीसी बिल भी राष्ट्रपति के पास लंबित है। यदि केंद्रीय कैबिनेट में निर्णय लिया गया, तो राष्ट्रपति उस पर हस्ताक्षर कर देंगी। उन्होंने कहा कि दरअसल कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिलकर नाटक कर रहे हैं।
इसीका पर्दाफाश करने इंदिरा पार्क के धरना चौक पर 72 घंटे का अनशन सोमवार, 4 अगस्त से किया जाएगा। तेलंगाना जागृति और युनाईटेड फूले फ्रंट के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले अनशन में पिछड़ा वर्ग की 112 जातियों की आवास बुलंद की जाएगी। इसलिए सरकार अनशन को अनुमति दे । उन्होंने कहा कि यदि अनुमति नहीं दी जाएगी तो, जहा हैं वहीं अनशन पर बैठ जाएँगीं।
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कांग्रेस के दिल्ली में धरने को भी ड्रामेबाजी बताते हुए कविता ने कहा कि इस प्रकार का ड्रामा पहले भी कांग्रेस दिल्ली में कर चुकी है। उसमें राहुल गांधी नहीं आए थे, अब कल के ड्रामें मे राहुल आएँगे या नहीं, पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा में बड़ी पार्टी कांग्रेस है और तीनों गांधी बीसी वर्ग से संबंधित इस मुद्दे को संसद में उठकर भाजपा पर दबाव बना सकते हैं।
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