तेलंगानावासियों को प्रयागराज महाकुंभ का आमंत्रण
भारतवर्ष की अनेकता में एकता का शाश्वत जयघोष है यह सामाजिक महापर्व- केशव प्रसाद मौर्य
हैदराबाद- उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समस्त तेलंगानावासियों को प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले प्रयागराज महाकुंभ-2025 में आने का राज्य सरकार की ओर सादर आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा योगी सरकार व्यापक सुरक्षा और स्वच्छता के बीच महाकुंभ को भारतीय संस्कृति और एकता के वैश्विक प्रतीक के साथ-साथ इसे सामाजिक पर्व बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
हैदराबाद में प्रयागराज महाकुंभ-2025 के संदर्भ में रोड शो आयोजित किया गया। बंजारा हिल्स स्थित होटल पार्क हयात में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल महाकुंभ भारत की धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सामाजिक चेतना तथा समरता का अनूठा परिचायक है। सौभाग्य का विषय है महाकुंभ 12 वर्ष के अंतराल पर एक बार फिर प्रयाग की पुण्य धरा पर आयोजित हो रहा है। मां गंगा, यमुना तथा सरस्वती के पावन तट पर आयोजित होने वाले इस भव्यतम आयोजन को विविधता में एकता के अद्वितीय उत्सव की संज्ञा दी जा सकती है। जहां सर्वसमाज बिना किसी भेदभाव के एक साथ डुबकी लगाता है। यहां उन्होंने तेलंगानावासियों को प्रयागराज महाकुंभ-2025 में आने का आमंत्रण देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इसे ऐतिहासिक बनाने के लिए विभिन्न प्रकार अहम कदम उठा रही है। जहां एक भारत-श्रेष्ठ भारत-समावेशी भारत की संकल्पना साकार दिखेगी। इस बार आयोजित हो रहा महाकुंभ पिछले कुंभ से और अधिक दिव्य एवं भव्य होगा। यहां लगभग चालीस-पैंतालीस करोड़ तीर्थयात्रियों, साधु-संतों, कल्पवासियों एवं अन्य श्रद्धालुओं सहित एक सौ बीस से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के आने की संभावना है। जो अपने आप में एक बड़ा कीर्तिमान होगा। संख्या को देखते हुए यहां 44 घाट स्थापित किए गए हैं। आगंतुकों की इस उल्लेखनीय संख्या को दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सरकार समुचित व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा आयोजन स्थल पर सभी प्रकार का निर्माण 13 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
प्रयागराज महाकुंभ-2025 की व्यवस्थाओं पर प्रकाश डालते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा प्रयागराज कुम्भ-2019 के भव्य आयोजन की छवि वैश्विक पटल पर अंकित हुई थी। आगामी 13 से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस महाकुंभ और अधिक दिव्य, भव्य, स्वच्छ, सुरक्षित, हरित तथा डिजिटल बनाने के प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में युद्धस्तर पर हो रहे हैं। 12 किलोमीटर क्षेत्र में फैले सभी 44 घाटों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। उन्होंने कहा मुंबई की मरीन ड्राइव की तर्ज पर गंगा किनारे लगभग 15.25 किलोमीटर क्षेत्र में रिवर फ्रंट का निर्माण कराया गया है। उन्होंने कहा पैंतालीस दिनों तक चलने वाले महाकुंभ में सुरक्षा तथा स्वच्छता को व्यापक प्राथमिकता दी जाएगी। जल-थल तथा वायु से चप्पे-चप्पे की निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्यों से भी सुरक्षा व्यवस्थाओं में सहयोग करने की अपील की गई है। मेला को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए यहां सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग प्रतिबंधित रहेगा। महाकुंभ को हरियाली युक्त बनाने के लिए पूरे प्रयागराज में लगभग तीन लाख पौधों को लगाया गया है। आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या को देखते हुए यहां डेढ़ लाख शौचालयों की सुविधा उपलब्ध होगी। आयोजन परिसर की स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए 1,500 गंगादूत अपनी सेवाएं देंगे।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा स्वास्थ्य सेवाओं की भी व्यवस्था यहां प्रभावी रूप से रहेगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों को बड़े पैमाने पर तैनात किया जा रहा है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनाया गया है। साथ ही कुछ छोटे अस्पताल भी तैयार किए गए हैं। मेला क्षेत्र में दो आईसीयू बनाए गए हैं। इन अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सकों की तैनाती रहेगी। समग्ररूप से आयोजन स्थल के सौ किलोमीटर के दायरे में सभी प्रकार की आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध होंगी। आंगतुकों को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। सुनियोजित पार्किंग व्यवस्था के लिए 101 स्मार्ट पार्किंग प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां प्रतिदिन पांच लाख वाहन पार्क किए जा सकेंगे। इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर को अपग्रेड किया गया है। परिवहन व्यवस्था की भी उचित व्यवस्था रहेगी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा उक्त व्यवस्थाओं के अतिरिक्त महाकुंभ की वेबसाइट तथा ऐप, 11 भाषाओं में एआई चैट बॉट, क्यूआर आधारित पास, बहुभाषीय डिजिटल खोया-पाया केंद्र, स्वच्छता एवं टेंटों की आईसीटी निगरानी आदि के साथ-साथ सभी प्रकार की आवश्यक व्यवस्थाओं को निर्धारित किया गया है। तकनीक के माध्यम से महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की होगी हेड काउंटिंग भी होगी। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा महाकुंभ एक मेला अथवा स्नान की डुबकी मात्र न होकर, भारतवर्ष की अनेकता में एकता का शाश्वत जयघोष है। 13 जनवरी से आयोजित होने वाला यह महाकुंभ एक विशिष्ट तथा दुर्लभ अनुभव होगा। उन्होंने कहा इस पावन महापर्व का लाभ लेने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सभी राज्यों समेत पूरे विश्व में आमंत्रण भेज रही है। उन्होंने कहा इस कड़ी में हमने तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा तथा मुख्यमंत्री ए.रेवंत रेड्डी से भेंट करके उनको आमंत्रित किया है। समस्त तेलंगानावासी भी यहां आकर इस महाकुंभ के साक्षी बनें।