धर्म में प्रवेश की सीढ़ी है श्रद्धा- डॉ. प्रतिभाजी
हैदराबाद, `कमल कीचड़ में खिलता जरूर है, लेकिन वह इससे लिप्त नहीं हो पाता, बल्कि वह इससे ऊपर उठता है। श्रावकों को भी इसी प्रकार बुराइयों की कोठरी में रहते हुए भी दुनिया को अपनी अच्छाइयों से प्रकाशमय कर
आगे पढे