हैदराबाद - नगर के सीमांत क्षेत्र इबरहिमपट्टनम के सरकारी अस्पताल में परिवार नियोजन ऑपरेशन (लेप्रोस्कोपी टयूबेस्टोबी) के विफल होने के कारण एक और महिला की मौत हो गई। गौरतलब है कि इसके पूर्व दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। मामले में 7 महिलाओं का ऑपरेशन के पश्चात स्वास्थ्य बिगड़ गया, जिनमें से तीन की मौत हो गई।
सरकार इसे काफी गंभीरता से ले रही है। इसके अलावा तेलंगाना मानवाधिकार आयोग ने भी घटना को गंभीरता से लेते हुए स्वयं संज्ञान के तहत मामला दर्ज कर घटना के संबंध में जाँच के आदेश देते हुए जाँच रिपोर्ट 10 अक्तूबर के भीतर पेश करने के रंगारेड्डी ज़िलाधीश को आदेश दिए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गत 25 अगस्त को अस्पताल में लगाए गए कैम्प में 34 महिलाओं का परिवार नियोजन का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के पश्चात चार महिलाओं का स्वास्थ्य बिगड़ गया और उन्हें उल्टियाँ, दस्त तथा पेट दर्द की शिकायत होने पर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। दो दिन पूर्व माडगुल निवासी ममता व लिंगमपल्ली ग्राम, मंचाल मंडल निवासी मैलारम सुषमा की मौत हो गई। गत रविवार को राजीवनगर तांडा, कोत्ताकोटापल्ली माडगुल निवासी मेरावत चरण की पत्नी मोनिका (23) की मौत हुई। इस घटना को लेकर मृतक महिलाओं के परिजनों ने अस्पताल के समक्ष धरना देकर कड़ा विरोध जताया। तेलंगाना सरकार के स्वास्थ्य निदेशक श्रीनिवास ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मामले की जाँच के आदेश दिए। उन्होंने अस्पताल के अधीक्षक और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर को सेवा से निलंबित कर दिया। उन्होंने सरकार की ओर से दिवंगत महिलाओं के परिजनों को पाँच-पाँच लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा देने के अलावा डबल बेडरूम आवास योजना में आवास देने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि तेलंगाना में इस प्रकार की यह पहली घटना प्रकाश में आई।
सरकार इसे काफी गंभीरता से ले रही है। इसके अलावा तेलंगाना मानवाधिकार आयोग ने भी घटना को गंभीरता से लेते हुए स्वयं संज्ञान के तहत मामला दर्ज कर घटना के संबंध में जाँच के आदेश देते हुए जाँच रिपोर्ट 10 अक्तूबर के भीतर पेश करने के रंगारेड्डी ज़िलाधीश को आदेश दिए।