हैदराबाद, ओल्ड ब्रिज म्यूचुअल फंड ने अपने पहले इक्विटी न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) `ओल्ड ब्रिज फोकस्ड इक्विटी फंड' की शुरुआत के साथ गतिशील भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग में प्रवेश किया। एनएफओ 17 से 19 जनवरी तक सदस्यता के लिए खुला रहेगा।
आज यहाँ आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ओल्ड ब्रिज कैपिटल मैनेजमेंट परइवेट लिमिटेड के संस्थापक निदेशक केनेथ एंड्रेड एवं सीईओ रुचि पांडेय ने कहा कि बीते लगभग 7 वर्षों से निवेश प्रबंधन के क्षेत्र में सक्रिय ओल्ड ब्रिज कंपनी ने अपना एनएफओ शुरू करने का निर्णय लिया है। इस ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम का उद्देश्य निवेशकों को सावधानीपूर्वक चयनित कंपनियों की विकास क्षमता में भाग लेने का एक अवसर प्रदान करना है। निवेशक न्यूनतम एसआईपी निवेश 2,500 और उसके बाद 1 रुपये गुणकों के साथ भाग ले सकते हैं। एकमुश्त निवेश के लिए न्यूनतम राशि 5,000 रुपये होगी। रुचि पांडे ने बताया कि फंड का परथमिक उद्देश्य विभिन्न बाजार पूँजीकरण (मिड कैप, स्मॉल कैप, लार्ज कैप) में अधिकतम 30 शेयरों में रणनीतिक निवेश कर दीर्घकालिक पूँजी मूल्य वृद्धि परप्त करना है। यह मल्टी-कैप दृष्टिकोण लंबी अवधि में पूँजी को बढ़ाने की क्षमता वाले व्यवसायों की पहचान करने के लिए डज़िाइन किया गया है।
केनेथ एंड्रेड ने कहा कि पूँजी में दीर्घकालिक मूल्यवृद्धि की इच्छा रखने वाले निवेशकों के लिए यह इक्विटी फंड मजबूत नेतृत्व और विकास की ओर अग्रसर शुरुआती-चक्र वाले व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करता है। भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग में वृद्धि के आँकड़ों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि 2023 के पहले 11 माह के दौरान 20 मिलियन से अधिक नए निवेश खातों और फंड परिसंपत्तियों में 19 प्रतिशत की वृद्धि के साथ भारत, अमेरिका, जापान और चीन जैसे वैश्विक साथियों से आगे निकल गया है। भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग ने छह गुना से अधिक की आश्चर्यजनक वृद्धि दर्ज की है। यह उद्योग, जो 2013 में लगभग 8 लाख करोड़ रुपये का था, 2023 के अंत तक प्रभावशाली 50.8 लाख करोड़ रुपये हो गया। रिचा पांडे ने कहा कि म्यूचुअल फंड में निवेश के इच्छुक निवेशकों को हमेशा अपनी जोखिम की पहचान कर विकास की संभावनाओं वाले क्षेत्र में निवेश के बारे में विचार करना चाहिए।