टी-हब ने आरंभ किया पहला स्वदेशी नवाचार रैंकिंग तंत्र जीसीटीआई

 T-Hub Launches First Indigenous Innovation Ranking Mechanism GCTI.
हैदराबाद - टी-हब ने नई दिल्ली में आयोजित कॉर्पोरेट इनोवेशन कॉन्क्लेव की मेजबानी की। अवसर पर टी-हब ने कॉर्पोरेट्स के बीच नवाचार की दिशा में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए भारत की पहली स्वदेशी नवाचार रैंकिंग तंत्र ग्रेट कॉरपोरेट टू इनोवेट (जीसीटीआई) की शुरुआत की। 

टी-हब शिकागो के शुभारंभ के साथ टी-हब ने अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार की घोषणा की। यह टी-हब को शिकागो में अद्भुत तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में भाग लेने में सक्षम बनाएगा। इसके मजबूत नेटवर्क का उपयोग करते हुए भारतीय स्टार्टअप को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। जीसीटीआई से कॉर्पोरेट्स के बीच नवाचार के प्रति प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे उन्हें यह समझने में मदद मिलेगी कि वह इनोवेशन में कहाँ खड़े हैं और कैसे आगे बढ़ना है। इसमें टी-हब और शीर्ष वैश्विक नवप्रवर्तनकर्ताओं की एक जूरी कॉर्पोरेट्स की स्थिति और नवाचार हिस्सेदारी का मूल्यांकन करेगी और उन्हें नवाचार के लिए महान कॉर्पोरेट्स के रूप में प्रमाणित करेगी। अवसर पर अटल इनोवेशन मिशन में निदेशक चिंतन वैष्णव, हीरो मोटोकॉर्प में इमर्जिंग मोबिलिटी बिजनेस यूनिट के प्रमुख डॉ. स्वदेश श्रीवास्तव, टी-हब के सीईओ श्रीनिवास राव महाकाली, मुख्य नवाचार अधिकारी पन्नीरसेल्वम मदनगोपाल एवं अन्य उपस्थित थे। 

जयेश रंजन ने अपने संदेश में कहा कि टी-हब कॉर्पोरेट इनोवेशन कॉन्क्लेव कॉर्पोरेट्स और प्रौद्योगिकी नेताओं से मिलने और उनसे जुड़ने के लिए एक आदर्श मंच रहा है। इससे व्यवसायों को आगे बढ़ाने में सहयोग मिलता है। `सह निर्माण की शक्ति' विषयक कॉन्क्लेव में बोइंग ने अपनी पहल और कार्यक्रमों के लिए टी-हब के साथ साझेदारी करने का निर्णय किया है।

टी-हब के सीईओ एमएसआर ने कहा कि कॉर्पोरेटों का कार्यबल, पूँजी और व्यवसाय चलाने की विशेषज्ञता में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। एक महत्वपूर्ण घटक, जो अधिक सक्रिय हो सकता है, वह संगठन के भीतर नवाचार है। सम्मेलन ने कॉर्पोरेट्स को खुले तौर पर नवाचार की क्षमता को बढ़ाने में मदद की है, जिससे उन्हें नए तरीकों से सहयोग करने और समावेशी अनुभव बनाने में सहायता मिली है। बोइंग के साथ साझेदारी नवाचारों को मजबूत करने की टी-हब की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। 

कॉन्क्लेव ने कॉर्पोरेट्स, उद्यमियों, निवेशकों, सरकारी संगठनों और शिक्षाविदों से मुख्य अनुभव अधिकारी और मुख्य नवाचार अधिकारी को नवाचार विकास रणनीति, डिजाइन, उभरती प्रौद्योगिकी सफलताओं और विकास को दिशा देने के लिए एक मंच पर एकत्रित किया। इसके अलावा पैनल चर्चा `कॉर्पोरेट नवाचार-भविष्य के लिए धुरी' की मेजबानी की गई। इसमें एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड में ओपन इनोवेशन के प्रमुख अच्युत चंद्र, अपोलो टायर्स प्रा. लिमिटेड में डिजिटल प्रमुख रविकिरण अववारू, टीसीएस में टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन के प्रमुख चंदर शेखर जोशी, आदित्य बिड़ला ग्रुप में डिजिटल टेक्नोलॉजी एंड ट्रांसफॉर्मेशन के समूह प्रमुख राजशेखर जोशी एवं अन्य ने हिस्सा लिया।

अमेजॉन वेब सर्विसेज, कैरियर लिमिटेड, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड और अन्य ने सफल कॉर्पोरेट स्टार्टअप जुड़ाव दिखाते हुए केस स्टडी प्रस्तुत की। इसके अलावा कॉन्क्लेव में मार्क वॉटसन द्वारा कॉर्पोरेट्स डिजाइन थिंकिंग का लाभ कैसे उठा सकते हैं?, पन्नीरसेल्वम मदनगोपाल द्वारा `कॉरपोरेट इनोवेशन की आवश्यकता-सुझाव' और टी-हब के चीफ डिलीवरी ऑफिसर अनीश एंथोनी द्वारा सह-निर्माण की शक्ति का लाभ उठाना जैसे ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किए गए।
 
 
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