हैदराबाद- स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने आज कहा कि तेलंगाना में आपातकालीन कार्डियोलॉजी सेवाओं को प्रभावी बनाने के लिए सरकार राज्य के सरकारी तथा तृतीयक शिक्षण अस्पतालों में कैथ लैब सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में कार्यरत है। उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल तथा गांधी अस्पताल सहित आदिलाबाद, विकाराबाद और खम्मम के सरकारी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में कैथ लैब की सुविधा स्थापित हो चुकी है। इसी कड़ी में आने वाले दिनों में महबूबनगर तथा सिद्दीपेट जिले में कैथ लैब की सुविधाएं आरंभ होंगी।
हाईटेक सिटी स्थित मेडिकवर कैंसर इंस्टीट्यूट में स्वास्थ्य व वित्त मंत्री हरीश राव ने राज्य के पहले ट्रूबीम आइडेंटिटी रेडियोथेरेपी सिस्टम व सरफेस गाइडेड रेडियोथेरेपी थेरेपी (एसजीआरटी) को लांच किया। अवसर पर उन्होंने ने बताया कि हमारा उद्देश्य सरकारी अस्पतालों के चिकित्सीय बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण कॉर्पोरेट अस्पतालों के बराबर करना है, ताकि आम जनता भी उन्नत चिकित्सा सेवाओं से लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार की प्राथमिकताओं की सूची में स्वास्थ्य सेवाएं भी हैं। गरीब मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए तेलंगाना सरकार लगभग सालाना 11,440 करोड़ रुपये की धनराशि का व्यय कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में पांच मेडिकल कॉलेज भी शुरू करने की प्रक्रिया जारी है। इसके बाद तेलंगाना में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 17 हो जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम कमजोर वर्ग विशेष रूप से कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए आगे आएं। उन्होंने निजी अस्पतालों से आरोग्यश्री स्वास्थ्य बीमा के तहत और अधिक प्रक्रियाओं को अपनाने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लंबित चिकित्सा बिलों के भुगतान की प्रक्रिया में विलंब नहीं करेगी। कार्यक्रम मे मेडिकवर कैंसर इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे।