हैदराबाद-आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में आज राजभवन में जनजातीय गौरव दिवस-2022 उत्साह के साथ मनाया गया। अवसर पर राज्यपाल डॉ. तमिलिसै सौंदरराजन ने बिरसा मुंडा को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए आदिवासियों और जनजातीय लोगों के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने हेतु निरंतर प्रयासों की आवश्यकता पर विशेष बल दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. तमिलिसै सौंदरराजन ने कहा कि जनजातीय लोगों के शैक्षिक तथा आर्थिक सशक्तिकरण के साथ उनके पोषण तथा बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में भी ध्यान देना आवश्यक है। राज्यपाल ने कहा कि राजभवन जनजातीय आबादी के उन्नयन के लिए अपने प्रयासों को और अधिक गति प्रदान करेगा। राज्य के छह दूरस्थ जनजातीय बस्तियों को गोद लिया गया है। यहाँ मोबाइल एंबुलेंस की उपलब्धता, बिजली आपूर्ति सुनिश्चितता तथा बुनियादी ढांचे में सुधार के साथ स्व-रोजगार से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।अवसर पर पारंपरिक गीत-संगीत से सजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गई। साथ ही यहाँ जनजातीय कला परआधारित आकर्षक शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
अवसर पर राज्यपाल ने जनजातीय समूह से संबंधित लोगों को कंबल, महुआ लड्डू और राजश्री चूजों का वितरण किया। अवसर पर पारंपरिक परिधानों में सजे जनजातीय समूह के लोगों ने राज्यपाल के साथ बैठकर मध्यान भोजन का आनंद लिया। अवसर पर केंद्रीय इस्पात और ग्रामीण विकास मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्यपाल के सचिव के. सुरेंद्र मोहन, वरिष्ठ अधिकारी, राज्य के विभिन्न हिस्सों के जनजातीय कलाकार तथा अन्य उपस्थित थे।