हैदराबाद- फ्रांसीसी ऊर्जा प्रबंधन और स्वचालन के डिजिटल परिवर्तन में वैश्विक खिलाड़ी श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने अत्याधुनिक स्मार्ट कारखाने के पहले चरण में 300 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। 18 एकड़ में फैली श्नाइडर की आगामी इकाई तेलंगाना में कंपनी की दूसरी फैक्ट्री होगी, जो आपूर्ति श्रृंखला संचालन में लचीलेपन को मजबूत करते हुए विकास के अग्रदूत के रूप में काम करेगी। नई सुविधा को दो चरणों में विकसित किया जाएगा। 2 लाख वर्ग फुट सुविधा क्षेत्र के साथ पहला चरण सितंबर, 2023 में पूरा होने की उम्मीद है। तीन चरणों में प्रत्येक में 300 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जो कुल मिलाकर लगभग 900 करोड़ रुपये होगा। फर्म का लक्ष्य प्रत्येक चरण में 1,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देना है, जिससे नई इकाई में 3,000 लोग शामिल हों।
नागरिक प्रशासन एवं शहरी विकास मंत्री के. तारक रामाराव ने जीएमआर औद्योगिक पार्क में श्नाइडर इलेक्ट्रिक की नई परियोजना की नींव रखी। उन्होंने कहा कि श्नाइडर इलेक्ट्रिक की आगामी स्मार्ट फैक्ट्री राज्य की अर्थव्यवस्था में बहुत योगदान देगी, जो एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रही है। भारत के एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने के साथ यह अवसर बहुत बड़ा है। उनका मानना है कि यह सुविधा उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के अलावा राजस्व सृजन के अवसरों और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी। श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के सीईओ व एमडी और जोन अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि आगामी स्मार्ट फैक्ट्री हैदराबाद को देश में एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता है। इस परियोजना में 300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा, जिससे अतिरिक्त 1,000 रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने राज्य सरकार का समर्थन के लिए धन्यवाद जताया।
इंटरनेशनल रीजन के वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जावेद अहमद ने कहा कि आगामी स्मार्ट फैक्ट्री उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियों की शक्ति का उपयोग करेगी। 75 प्रतिशत निर्यात क्षमता वाली यह नई सुविधा वैश्विक ग्राहकों के लिए एक विश्वसनीय निर्यात केंद्र के रूप में कंपनी की स्थिति को मजबूत करेगी। तेलंगाना में उनका विनिर्माण आधार विस्तार मेक इन इंडिया में हमारे योगदान को भी बढ़ाएगा। फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि भारत में श्नाइडर इलेक्ट्रिक की दशकों पुरानी उपस्थिति एक सफलता की कहानी है, जो भारत-फ्रांस साझेदारी की ताकत को दर्शाती है।