हैदराबाद- भगवान अग्रसेनजी के स्मरण से धन यश उन्नति और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है। दान धर्म दया सत्य आहिंसा का ऐसा पंचामृत है जिसके श्रवण से मनोवांछित फल की परप्ति होती है।
मुरलीनगर संकट मोचन हनुमान मंदिर के समीप अग्रवाल समाज तेलंगाना मुरली नगर शाखा के तत्वावधान में आयोजित श्री अग्र भागवत कथा का महत्व बताते हुए कथा वाचक उज्ज्वल ने कहा कि अग्रकुल में जन्म लेना सबसे श्रेष्ठ है। जिस तरह मनुष्य के जीवन में श्रीमद् भागवत कथा का महत्व है उससे भी ज्यादा बढ़कर हम अग्रवालों के लिए श्री अग्र भागवत कथा का महत्व है क्योंकि अग्रसेनजी हमारे पूर्वज हैं। इस हिसाब से अग्र कथा हमारे पितरों की कथा है। कथा के श्रवण से हमारे समस्त पितृ दोष से मुत्ति मिलती है। 5000 वर्ष के बाद भी अग्रवंश आज विश्व में सबसे अग्रणी है। हम भगवान अग्रसेन की संतानें हैं। जिस प्रकार भगवत गीता में 18 अध्याय, महाभारत में 18 अध्याय और 18 पुराण हैं, उसी प्रकार अग्रवाल में 18 गोत्र होते हैं। अग्रवाल धर्म की कमाते हैं और धर्म में ही लगाते हैं। अग्रवालों ने अपना स्थान तो छोड़ा लेकिन अपने भगवान अग्रसेन जी को नहीं छोड़ा जहां भी गये संस्कार और समाज सेवा का भाव लेकर गये और अग्रवाल का परचम लहराया। अग्रसेन जी देवता थे उन्हें महाराज नहीं कहे क्योंकि देवराज इंद्र भी कांपते थे। जिन्होंने अपने बाहुबल से धरती आकाश और पाताल तक को मापा था। उनके कुल में आठों पहर माता लक्ष्मी का वास होता है ऐसा अग्रवालों का स्वर्णिम इतिहास है। इस स्वर्णिम अग्र भागवत कथा को सफल बनाने के लिए आयोजकों ने मेहनत परिश्रम किया है। कथा का महत्व है कथा सुनने कैसे लोग आते हैं।
महाराज ने श्री अग्र भागवत कथा की महत्ता बताते हुए कहा कि श्री अग्र भागवत सात अक्षर से बना हुआ है। जिस प्रकार संगीत में सात सुर, दिन सात और इन्द्रधनुष में सात रंग होते हैं, शादी के फेरे सात होते हैं। सप्त का बहुत अधिक महत्व है। श्री अग्र भागवत कथा में के सात अक्षर का महत्व है जिसका अर्थ श्रम पूर्वक अर्थ ग्रहण कर अग्रसेन का गुणागान करना। भगवान अग्रसेनजी ने माता लक्ष्मी को तीन बार प्रसन्न किया। भगवान अग्रसेनजी के स्मरण से धन यश उन्नति और प्रगति के मार्ग प्रशस्त होता है। दान, धर्म, दया, सत्य और आहिंसा का ऐसा पंचामृत है जिसके श्रवण से मनवांच्छित फल की परप्ति होती है। ऐसे ही फलदाता भगवान अग्रसेनजी की रोज पूजा करें नियमित रुप से अग्र महामंत्र का जाप करना चाहिए। आज यहाँ आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर तेलंगाना ऑयल मिल एंड रिफाइनरी असोसियेशन के अध्यक्ष एवं अग्रसेन बैंक के निदेशक सुरेश कुमार अग्रवाल, अग्रवाल समाज सहायता ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी एवं अग्रसेन बैंक के निदेशक राजेश कुमार अग्रवाल, विशेष अतिथि अग्रवाल समाज तेलंगाना के अध्यक्ष अंजनी कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष डॉ.दिलीप पंसारी, मानद मंत्री कपूरचंद गुप्ता, संयुत्त मंत्री सतीश कुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राकेश जालान, का अग्रवाल समाज सहायता ट्रस्ट के संस्थापक चेयरमैन नरेश चौधरी, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन तेलंगाना अध्यक्ष योगेश जैन, भाग्यनगर गणेश उत्सव समिति के उपाध्यक्ष किरोडीमल नरसिंगपुरिया, समाजसेवी सुरेश कुमार नालपुरिया का स्वागत शाखा के पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में अग्रवाल समाज मुरलीनगर शाखा के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार भालवाले, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार शाहबाजपुरिया, मंत्री उमेश कुमार अग्रवाल, सह-मंत्री विजय कुमार बांसवाले, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार केडिया, केन्द्रीय समिति सदस्य शिव कुमार भालवाले, दिनेश कुमार अग्रवाल, परामर्शदाता विश्वनाथ अग्रवाल, हरिकिशन मित्तल, सुनील कुमार केडिया, सहयोगकर्ता ओमप्रकाश राकेश जालान, रघुनाथदास मुरलीनगर भालवाले, रामवतार विश्वनाथ शाहबाजपुरिया, नरसिंगदास किरोडीमल नरसिंगपुरिया, हनुमान प्रसाद रतनलाल तुलस्यान, चंदूलाल हरिकिशन मित्तल, विशंभरलाल रामगोपाल डाडावाले, रामकुमार सुरेश कुमार धुवालिया, पूरणमल राजकुमार अग्रवाल, फतेहचन्द राजेश अग्रवाल, हंसराज श्रवण कुमार अग्रवाल, बृजलाल दीपचंद सिंघल, सत्यनारायण नवीन कुमार गोयल, ओमप्रकाश राजकुमार केडिया, सांवरमल श्यामसुन्दर अग्रवाल, रामअवतार उमेश कुमार अग्रवाल, रामेश्वरलाल सुभाष कुमार केडिया, इन्द्रचंद दिनेश कुमार अग्रवाल, बजरंगलाल अशोक सौंथलिया, हरचंदराय ओमप्रकाश शाहबाजपुरिया, गोविन्द प्रसाद राकेश पचेरिया, बिडदीचंद गौरीशंकर भुवानिया, दामोदरप्रसाद राकेश कुमार गनेरीवाल, ज्वालाप्रसाद हजारीमल केडिया, मोहनलाल अजय कुमार गोयल सहित अन्यों ने अपना पूर्ण सहयोग प्रदान कर कार्यक्रम को भव्य रूप से
सफल बनाया।