हैदराबाद - प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) के अध्यक्ष और मलकाजगिरी सांसद रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि राजनीतिक स्वार्थपूार्ति व लालच ही केसीआर की नयी राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का लक्ष्य है। पारिवारिक कलह और राजनीतिक लालच को निपटाने के लिए केसीआर ने बीआरएस का गठन किया। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं होगी की कुछ दिनों के बाद केसीआर विश्व राष्ट्र समिति का गठन कर दें।
रेवंत रेड्डी ने बीआरएस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विनाशकाले विपरीत बुद्धि से ही केसीआर ने यह कदम उठाया। तेलंगाना के नाम पर वर्ष 2001 से लेकर 2022 तक केसीआर आार्थिक रूप से काफी मजबूत हुए। केसीआर ने अपनी इस पहल से तेलंगाना के अस्तित्व को ही खत्म कर दिया। यह केसीआर के विकृत विचारों की पराकाष्ठा है। तेलंगाना शब्द यहाँ के लोगों की जीवनशैली का हिस्सा है। तेलंगाना के हत्यारे को छोड़ने का सवाल ही नहीं है।
रेवंत रेड्डी ने कहा की केसीआर ने यह महसूस किया कि तेलंगाना में अब उनके लिए आार्थिक और राजनीतिक हित समाप्त हो गए हैं। इसी कारण बीआरएस के नाम पर तेलंगाना वासियों को एक और बार गुमराह करने का प्रयास केसीआर कर रहे हैं। तेलंगाना के नागरिक होने के नाते वह केसीआर के बुरे विचार की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि केसीआर तेलंगाना से चुनाव लड़ने के लिए भी योग्य नहीं हैं।
रेवंत रेड्डी ने कहा की केसीआर ने यह महसूस किया कि तेलंगाना में अब उनके लिए आार्थिक और राजनीतिक हित समाप्त हो गए हैं। इसी कारण बीआरएस के नाम पर तेलंगाना वासियों को एक और बार गुमराह करने का प्रयास केसीआर कर रहे हैं। तेलंगाना के नागरिक होने के नाते वह केसीआर के बुरे विचार की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि केसीआर तेलंगाना से चुनाव लड़ने के लिए भी योग्य नहीं हैं।