हैदराबाद को मुक्त कराने में आर्य समाज की मुख्य भूमिका-बंडारू

 The main role of Arya Samaj in liberating Hyderabad - Bandaru
हैदराबाद, अमर शहीद राधाकिशन मोदानी स्मारक समिति निजामाबाद एवं तेलंगाना आंध्र परदेशिक माहेश्वरी सभा के संयुत्त तत्वावधान में अमर शहीद राधाकिशन मोदानी की स्मृति में विशेष आवरण (स्पेशल कवर) का विमोचन हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने किया।

आज यहाँ हनुमान टेकड़ी स्थित आरबीवीआर रेड्डी एजुकेशन सेंटर में आयोजित विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शहीद राधाकिशन मोदानी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश में कई शहीदों ने अपने परणों की आहुति देकर देश को आजाद करवाने का कार्य किया लेकिन कुछ ही लोगों को शहीदों की श्रेणी में लिया गया।उन्होंने कहा कि हैदराबाद को निजाम और रजाकार के शासन से मुत्त करवाने में आर्य समाज की मुख्य भूमिका है जिसमें शहीद राधाकिशन मोदानी ने भी योगदान दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सदस्य डॉ.के. लक्ष्मण ने की। उन्होंने कहा कि देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन हैदराबाद मुत्त नहीं हुआ और हैदराबाद को निजाम से मुत्त करवाने के लिए आर्य समाज व राधाकिशन मोदानी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रयासों  से हैदराबाद को मुत्ति 17 सितंबर 1948 को मिली। डाक विभाग सीनियर सुप्रिटेंडेंट वरिष्ठ अधीक्षक आरएमएस विभाग , तेलंगाना पोस्टल के संतोष नेता कार्यकुंडली ने कहा कि जीपीओ से आग्रह करने पर राधाकिशन मोदानी पर विशेष आवरण जारी किया गया है।

सम्मानित अतिथि सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विठ्ठल राव आर्य ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है और समाज को इस पर गर्व होना चाहिए। हैदराबाद के मुत्ति आन्दोलन में आर्य समाज व माहेश्वरी व राजस्थानी समाज का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। निजाम सरकार तो हैदराबाद को पाकिस्तान का हिस्सा या अलग मुस्लिम राज्य बनाना चाहती थी इसके लिए हिन्दुओं पर बहुत अत्याचार किया गया और धर्म, संस्कृति व गायों को नुकसान पहुंचाना शुरू किया गया, लेकिन आन्दोलन फिर भी जारी रहा और सरदार पटेल के पुलिस एक्शन से हैदराबाद को मुत्ति मिली। शहीद राधाकिशन मोदानी की भी दिन दहाडे हत्या कर दी गयी थी क्योंकि वह हिन्दू धर्म, गौ रक्षा के लिए आगे खड़े थे। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता।  

एग्जोरियल ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की चेयरपर्सन भगवती महेश बल्दवा ने कहा कि माहेश्वरी समाज धर्मार्थ, आार्थिक व सामाजिक क्षेत्र में काफी अग्रणी रहा है। साथ ही स्वतंत्रता आन्दोलन में माहेश्वरी समाज की विशेष भूमिका रही है। माहेश्वरी समाज ने तन, मन, धन से सहयोग प्रदान किया है। अवसर पर समिति के संरक्षक ओमप्रकाश मोदानी ने शहीद राधाकिशन मोदानी के जीवन चरित्र और देश को दिये गये बलिदान की गाथा का विस्तार से वर्णन किया।  

कार्यक्रम का संचालन महासभा के संगठन मंत्री सीए कन्हैयालाल राठी ने किया। अवसर पर माहेश्वरी महासभा के महामंत्री कैलाश डालिया, कोषाध्यक्ष भगवान पंसारी, प्रचार मंत्री श्यामसुन्दर बियाणी, उपाध्यक्ष नारायणदास बंग, उपाध्यक्ष नारायणदास मालानी, उपाध्यक्ष गोपीकिशन लाहोटी (वरंगल), संयुत्त मंत्री नारायण लाल मूंदडा, संयुत्त मंत्री प्रभुदयाल जाखोटिया, संयुत्त मंत्री (भैंसा) श्यामसुन्दर लड्डा, सहमंत्री (राजमंड्री) अशोक माहेश्वरी, जनसंपर्क मंत्री (बेल्लमपल्ली) बाला प्रसाद सोनी, कार्यालय मंत्री नंदगोपाल भट्टड, राजेश मालपानी, सहित श्रीगोपाल मोदानी, सूर्यप्रकाश मोदानी, चन्द्रप्रकाश मोदानी, विद्यासागर मोदानी एवं समस्त मोदानी परिवार (निजामाबाद एवं हैदराबाद) आर्य समाज निजामाबाद सहित अन्यों ने अपना सहयोग प्रदान कर कार्यक्रम को सफल बनाया।   
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