महाराष्ट्र में पाँच लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में 23 गिरफ्तार

मुंबई, 2 जुलाई-(भाषा)
महाराष्ट्र के धुले ज़िले में भीड़ द्वारा बच्चा चोर समझ कर पाँच लोगों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने अाज यह जानकारी दी। धुले के पुलिस अधीक्षक एम. रामकुमार ने पीटीअाई/भाषा को बताया कि घटना के सिलसिले में हमने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ और लोगों की पहचान की गई है और उन्हें पकड़ने के लिए पाँच टीमें बनाई गई हैं। अाईपीएस अधिकारी ने बताया कि यह घटना कल हुई और सभी पाँचों पीड़ितं की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सारे मृतक शोलापुर के रहने वाले हैं और एक बंजारा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अपने ज़िले में सूखे जैसे हालात के कारण वे रोजी-रोटी की तलाश में अाए थे। गिरफ्तार किए गए लोगों पर अाईपीसी की धारा 302 और दंगे फैलाने से जुड़ी धाराअों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने बताया कि घटना धुले ज़िले के पिम्पलनेर से 25 किलोमीटर दूर जनजाति बहुल गाँव रैनपड़ा में हुई। उन्होंने बताया कि पाँचों पीड़ितं सहित कुछ अन्य को रैनपड़ा में राज्य परिवहन की एक बस से उतरते देखा गया था, जब उनमें से एक व्यक्ति ने छह साल की एक लड़की से बात करने की कोशिश की तो साप्ताहिक रविवार बाजार के लिए वहाँ इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने पत्थरों, डंडों और चप्पलों से उनकी पिटाई शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई गई थी कि इलाके में बच्चा चोरों का गिरोह सक्रिय है। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अशोक चव्हाण ने अारोप लगाया कि धुले में भीड़ हत्या की घटना भाजपा की अगुवाई वाली राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की अक्षमता के कारण हुई।

चव्हाण ने कहा कि जलगाँव ज़िले में ऐसी ही एक घटना में बच्चा चोर समझ कर भीड़ द्वारा कुछ लोगों की पिटाई किए जाने के मामले में भाजपा के एक विधायक भीड़ का हिस्सा थे। इस बीच, कुछ न्यूज चैनलों ने धुले की घटना की वीडियो क्लिपें दिखाई हैं, जिनमें पीड़ितं की चप्पलों से पिटाई होते दिखाया गया है। फिर उन्हें रैनपड़ा ग्राम पंचायत कार्यालय ले जाया जाता है जहाँ डंडों से उनकी पिटाई की जाती है। कुछ नाबालिगों को भी पीड़ितं के कॉलर पकड़ कर लात-घूंसों से उनकी पिटाई करते देखा गया।

एक क्लिप में दिख रहा है कि एक पीड़ित मदद की गुहार लगा रहा है और अन्य चार के खून से सने शव फर्श पर पड़े हुए थे। इस महीने की शुरूअात में औरंगाबाद के वजीपुर तालुका के चांदगाँव में डकैत समझकर दो लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। असम, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात और तेलंगाना सहित कई अन्य राज्यों से हाल के दिनों में अफवाहों के कारण भीड़ द्वारा निर्दाषों की हत्या के मामले सामने अाते रहे हैं।
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