हैदराबाद- कांग्रेस में लगता है वरिष्ठ नेताओं के इस्तीफों की कतार लग गयी है। गुलाम नबी अाज़ाद के बाद अब तेलंगाना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के पूर्व सदस्य एम.ए. खान ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एम.ए. खान ने पार्टी के नेतृत्व को लिखे अपने पत्र में कहा कि इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी जनता को यह समझाने में पूरी तरह विफल रही है कि वह अपनी पूर्व भव्यता को पुनः प्राप्त कर देश को अागे ले जा सकती है। खान ने राहुल गांधी की अालोचना करते हुए कहा कि राहुल गांधी द्वारा पार्टी कमेटी के उपाध्यक्ष का पद संभालने के बाद पार्टी की पतन यात्रा शुरू हुई। उनकी (राहुल की) अपनी एक अलग विचार प्रक्रिया है, जो ब्लॉक स्तर से लेकर बूथ स्तर तक किसी भी सदस्य से मेल नहीं खाती।
खान ने कहा कि वह छात्र जीवन से पार्टी से जुड़े रहे और चार दशकों से अधिक समय से पार्टी में थे। उन्होंने अारोप लगाया कि वरिष्ठ नेताअों को पार्टी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। शीर्ष नेतृत्व पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताअों को पुनः सक्रिय करने का कोई प्रयास नहीं कर रहा है, जबकि ज़मीनी स्तर के कार्यकर्ता पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी और राजीव के नेतृत्व की तरह ही प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ देश की सेवा करना जारी रखे हुए हैं। खान ने कहा कि पार्टी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उनके पास पार्टी के संचालन में भाग लेना बंद करने के फैसले के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसलिए वह तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (अाईएनसी) पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।