विजयवाड़ा, 1 जुलाई-(मिलाप डेस्क)
अांध्र-प्रदेश को केन्द्र सरकार ने एक और झटका दिया है। अटल भू-जल योजना में अांध्र-प्रदेश को जगह नहीं मिल पाई है। केवल भाजपा शासित राज्यों को ही इस योजना में शामिल किया है। इससे अांध्र-प्रदेश सरकार ने केन्द्र के खिलाफ अपना अांदोलन और तेज करने का निर्णय लिया है।
विभाजन के बाद वित्तीय घाटे में चल रहे अांध्र-प्रदेश को लेकर केन्द्र सरकार को उदार नीति अपनानी थी, जबकि उस पर बदले की भावना से काम करने का अारोप लगाया जा रहा है। भू-गर्भ जल बढाने के लिये विश्व बैंक की सहायता से 6,000 करोड़ रूपये अावंटित किये गये थे। इस योजना के अंतर्गत कर्नाटक को छोडकर दक्षिण भारत के किसी भी राज्य को शामिल नहीं किया गया, जबकि भाजपा शासित सभी राज्यों को इस योजना में शामिल किया गया।
अांध्र-प्रदेश को केन्द्र सरकार ने एक और झटका दिया है। अटल भू-जल योजना में अांध्र-प्रदेश को जगह नहीं मिल पाई है। केवल भाजपा शासित राज्यों को ही इस योजना में शामिल किया है। इससे अांध्र-प्रदेश सरकार ने केन्द्र के खिलाफ अपना अांदोलन और तेज करने का निर्णय लिया है।
विभाजन के बाद वित्तीय घाटे में चल रहे अांध्र-प्रदेश को लेकर केन्द्र सरकार को उदार नीति अपनानी थी, जबकि उस पर बदले की भावना से काम करने का अारोप लगाया जा रहा है। भू-गर्भ जल बढाने के लिये विश्व बैंक की सहायता से 6,000 करोड़ रूपये अावंटित किये गये थे। इस योजना के अंतर्गत कर्नाटक को छोडकर दक्षिण भारत के किसी भी राज्य को शामिल नहीं किया गया, जबकि भाजपा शासित सभी राज्यों को इस योजना में शामिल किया गया।