कृषि उत्पादों की ब्रांडिंग ज़रूरी

Branding of agricultural products is necessary says Venkaiah Naidu 4July2018
हैदराबाद, 3 जुलाई (एफ एम सलीम)
उप-राष्ट्रपति एम. वेंकय्या नायुडू ने कहा कि देश में कृषि उत्पादों की माँग बढ़ाने के लिए इन्हें ब्रांड के रूप में पेश करना अावश्यक है। कृषि उत्पादों से जनसमान्य को अधिक लाभ पहुँचाने के लिए विभिन्न अनुसंधान संस्थानों द्वारा संयुक्त शोध और अापस में सूचनाअों का अादान-प्रदान होना चाहिए। उप-राष्ट्रपति वेंकय्या नायुडू अाज यहाँ भाकृअनुप-केंद्रीय बरानी कृषि अनुसंधान संस्थान (सीअारअाईडीए) में तेलंगाना के किसानों की अाय में वृद्धि करने के लिए अायोजित चर्चा बैठक के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में 54 प्रतिशत जीवन कृषि अाधारित है। यह देश की मुख्य संस्कृति है। उद्योग भी समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। कृषि और उद्योग मानव की दो अाँखों के समान हैं।

अवसर पर उप-राष्ट्रपति ने वैज्ञानिकों, कृषि विशेषज्ञों तथा किसानों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि कृषि को विकास दर बढ़ाने के लिए धारणीय और लाभदायक बनाना ज़रूरी है। उन्होंने कृषि को लाभदायक बनाने के लिए बहुपक्षीय रणनीति की अावश्यकता पर ज़ोर दिया। उप-राष्ट्रपति ने अागे कहा कि लंबे समय तक नुकसान झेलने और अनिश्चित स्थितियों के कारण किसानों द्वारा अात्महत्या की घटनाएँ सामने अाती हैं। कृषि संकट के समाधान की ओर भी अधिक ध्यान न दिये जाने पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि इन समस्याअों को हल करने के लिए एक व्यवस्थति ढांचे की अावश्यकता है, तर्किं किसान खुद अपने अापको मज़बूत कर देश के सकल घरेलू उत्पाद में कुशलतापूर्वक योगदान कर सकें। कृषि क्षेत्र में पानी के महत्व को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के पारंपरिक और अाधुनिक तरीकों के किसानों को अवगत कराने से प्रभावी जल बजट में मदद मिलेगी।

अाय बढ़ाने का बेहतरीन समाधान ई-मर्र्किंटिंग
वेंकय्या नायुडू ने कहा कि वैज्ञानिक प्रगति और कृषि के बीच पुल के अंतर के लिए कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) को मजबूत किया जाना चाहिए। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि तेलंगाना में किसानों की समस्या वही है, जो देश के अन्य किसानों की है। उनकी समस्याअों के समाधान के लिए राज्य और केंद्र को मिलकर दीर्घकालिक और तात्कालिक दोनों प्रकार के समाधान खोजने पड़ेंगे। अाज हालाँकि सूचनाअों का अादान-प्रदान हो रहा है, लेकिन कृषि उत्पादों को लेकर अधिक तीव्रता की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि अाय बढ़ाने के विभिन्न उपायों में ई-मर्र्किंटिंग उत्तम उपाय है। इसके अच्छे परिणाम सामने अा रहे हैं।
 
पोषक अाहार पर हो अधिकाधिक शोध
उप-राष्ट्रपति ने रैतु बाज़ार व्यवस्था की तारीफ की, साथ ही कहा कि सूचनाअों के अादान-प्रदान, ई मर्र्किंटिंग के अलावा मूल्य वार्धित कार्यों की ओर भी ध्यान देना पड़ेगा। अाज भारत में कृषि उत्पादों के क्षेत्र में अमेरिकी ब्रांड की चीज़ें मिलती हैं, लेकिन भारतीय ब्रांड को प्रोत्साहित करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। सब्ज़ियों के प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करके नये-नये उत्पाद बनाने पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों को चाहिए कि पोषक अाहार पर अधिक शोध करें। इक्रिसैट और अन्य अनुसंधान संस्थाअों को मिलकर शोध करना चाहिए। लोगों को मालूम हो कि क्या खाना स्वास्थ्य के लिए अधिक लाभदायक है।

वेंकय्या नायुडू ने अागे कहा कि कृषि मूल के अार्गेनिक उत्पादों से मेड इन इंडिया की संकल्पना को साकार करने में अधिक सफलता मिलेगी, लेकिन इसमें बाज़ार व वैज्ञानिक समुदाय की संयुक्त भूमिका ज़रूरी है। इस मामले में उन्होंने देशी व्यंजनों के लुत्फ का उल्लेख करते हुए कहा कि हैदराबाद में बघारे बैंगन मिर्च का सालन जिस तरह मशहूर है, उसी तरह सब्जियों से नाना प्रकार के व्यंजनों की ब्रांड संस्कृति का विकास करना होगा। अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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