मोदी की हत्या का षड्यंत्र!

Conspiracy to kill Modi!
नई दिल्ली/पुणे, 8 जून
भीमा-कोरेगाँव में जनवरी में हुई हिंसा में पाँच लोगों की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाली जानकारी सामने अाई है। पुणे पुलिस को एक अारोपी के घर से ऐसा पत्र मिला है, जिसमें `राजीव गांधी की हत्या' जैसी प्ल्निंग का जिक्र किया गया है। पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने की बात कही गई है। पुलिस ने बुधवार को रोना जैकब विल्सन, सुधीर ढवले, सुरेंद्र गाडलिंग सहित पाँच लोगों को गिरफ्तार किया था। विल्सन को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था, ढवले को मुंबई से, गाडलिंग, शोमा सेन और महेश राउत को नागपुर से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि यह पत्र विल्सन के दिल्ली के मुनिरका स्थित फ्लैट से बरामद किया गया है। पत्र में कहा गया है, 'मोदी 15 राज्यों में बीजेपी को स्थापित करने में सफल हुए हैं। यदि ऐसा ही रहा तो सभी मोर्चों पर पाटाa के लिए दिक्कत खड़ी हो जाएगी। कॉमरेड किसन और कुछ अन्य सीनियर कॉमरेड्स ने मोदी राज को खत्म करने के लिए कुछ मजबूत कदम सुझाए हैं। हम सभी राजीव गांधी जैसे हत्याकांड पर विचार कर रहे हैं। यह अात्मघाती जैसा मालूम होता है और इसकी भी अधिक संभावनाएँ हैं कि हम असफल हो जाएँ, लेकिन हमें लगता है कि पाटाa हमारे प्रस्ताव पर विचार करे। उन्हें रोड शो में टारगेट करना एक असरदार रणनीति हो सकती है। हमें लगता है कि पाटाa का अस्तित्व किसी भी त्याग से ऊपर है। बाकी अगले पत्र में।' सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने इस खुलासे पर कहा कि अभी तक तो सुरक्षा संस्थाएँ अपना काम कर रही हैं। नेताअों की हिफाजत अभी वे ही कर रहे हैं। अभी वैसे कुछ कहें? कोर्ट-कचहरी बातों को सुन रही है, सुनने दें, तब पता चलेगा असलियत क्या है। वहीं मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं ऐसा नहीं कह रहा हूँ कि यह पूरी तरह झूठ है, लेकिन यह पीएम मोदी की पुरानी युत्ति है, जब से वह सीएम रहे हैं। जब भी उनकी पॉपुलैरिटी में गिरावट अाती है, उनकी हत्या की साजिश की खबरें अाने लगती हैं। यह भी जाँच होनी चाहिए कि इस बार इस खबर में कितनी सच्चाई है।
बता दें कि अारोपियों को भीमा-कोरेगाँव में 1 जनवरी को हुई हिंसा से ठीक एक दिन पहले अायोजित यलगार परिषद के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उन पर प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पाटाa अॉफ इंडिया (माओवाद) से जुड़े होने, विवादास्पद पर्चे बाँटने, नफरत फैलाने वाले भाषण देने का अारोप है। पुलिस ने गुरूवार को उन्हें यहाँ सेशन कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उन्हें 14 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
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