हैदराबाद-संसार में गाय, नदी व वृक्ष परोपकारी हैं। इनकी जितनी तारीफ करें, कम है। वह संसार से जितना लेते हैं, उससे कई गुना वापस भी देते हैं।
उक्त उद्गार आज यहाँ अवंति नगर स्थित श्री शील चन्दन स्वाध्याय भवन में चातुर्मास समिति के तत्वावधान में आयोजित प्रवचन सभा में साध्वी धर्मज्योतिजी म.सा. ने व्यक्त किए। महासती चंदनबालाजी म.सा. के मंगलाचरण से प्रवचन सभा का शुभारंभ हुआ। धर्मज्योतिजी म.सा. ने अपने संबोधन में कहा कि हमें मानव जीवन मिला है, इस जीवन को परोपकार के कार्य कर सार्थक करना चाहिए। प्रचार संयोजक जसराज देवड़ा धोका ने बताया कि आज साध्वीजी ने प्रवचन के मध्य महामंत्र नवकार के जाप करवाये। कल से भवन में सौभाग्य कल्पतरू तप प्रारंभ होगा, जिसके अंतर्गत एक उपवास व दो बियासने करने होंगे।
जिन्हें तपस्या से जुड़ना है, म.सा. के पास नाम दर्ज करवा सकते हैं। भवन में प्रतिदिन आयंबिल की व्यवस्था रहेगी। आयंबिल तप करने के लिए एक दिन पूर्व नाम लिखवाना होगा। प्रतिदिन प्रवचन का समय सुबह 9.15 से 10.15 तक रहेगा। उन्होंने सकल संघ से प्रवचन का लाभ लेने की विनती की। किशोर वोहरा जसोल से, विकास लुंकड समदड़ी से, महावीर बाफना मोकलसर से सपरिवार साध्वीजी वृंद के दर्शन वंदन हेतु उपस्थित हुए।
जिन्हें तपस्या से जुड़ना है, म.सा. के पास नाम दर्ज करवा सकते हैं। भवन में प्रतिदिन आयंबिल की व्यवस्था रहेगी। आयंबिल तप करने के लिए एक दिन पूर्व नाम लिखवाना होगा। प्रतिदिन प्रवचन का समय सुबह 9.15 से 10.15 तक रहेगा। उन्होंने सकल संघ से प्रवचन का लाभ लेने की विनती की। किशोर वोहरा जसोल से, विकास लुंकड समदड़ी से, महावीर बाफना मोकलसर से सपरिवार साध्वीजी वृंद के दर्शन वंदन हेतु उपस्थित हुए।