नई दिल्ली, 17 जून
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या की मुसीबतें एक बार फिर से बढ़ने वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लौंड्रिंग तथा बैंकों के समूह को 6,027 करोड़ रूपये का चूना लगाने के मामले में माल्या तथा उसकी कंपनियों के खिलाफ जल्दी ही नया अारोप-पत्र दायर करने वाला है। अधिकारियों ने अाज इसकी जानकारी दी।
अाधिकारिक सूत्रों ने पीटीअाई/भाषा से कहा कि ईडी इस अारोप-पत्र के साथ अदालत से भगोड़ा अार्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत माल्या एवं उसकी कंपनियों की नौ हजार करोड़ रूपये से अधिक की संपत्तियों को तत्काल जब्त करने की स्वीवृति माँगेगी। ईडी अब तक इस मामले में 9,890 करोड़ रूपये की संपत्तियाँ जब्त कर चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि नया अारोप-पत्र भारतीय स्टेट बैंक की उस शिकायत पर अाधारित है, जो उसने माल्या एवं उसकी कंपनियों द्वारा 2005-10 से दौरान बैंकों के समूह से लिये गये 6,027 करोड़ रूपये के ऋण का भुगतान नहीं करने से संबंधित है। अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने पाया कि ऋण के हेर-फेर के लिए फर्जी कंपनियों के समूह का इस्तेमाल किया गया। नये अारोप-पत्र में इसका भी जि¯ा होने का अनुमान है।
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या की मुसीबतें एक बार फिर से बढ़ने वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मनी लौंड्रिंग तथा बैंकों के समूह को 6,027 करोड़ रूपये का चूना लगाने के मामले में माल्या तथा उसकी कंपनियों के खिलाफ जल्दी ही नया अारोप-पत्र दायर करने वाला है। अधिकारियों ने अाज इसकी जानकारी दी।
अाधिकारिक सूत्रों ने पीटीअाई/भाषा से कहा कि ईडी इस अारोप-पत्र के साथ अदालत से भगोड़ा अार्थिक अपराधी अध्यादेश के तहत माल्या एवं उसकी कंपनियों की नौ हजार करोड़ रूपये से अधिक की संपत्तियों को तत्काल जब्त करने की स्वीवृति माँगेगी। ईडी अब तक इस मामले में 9,890 करोड़ रूपये की संपत्तियाँ जब्त कर चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि नया अारोप-पत्र भारतीय स्टेट बैंक की उस शिकायत पर अाधारित है, जो उसने माल्या एवं उसकी कंपनियों द्वारा 2005-10 से दौरान बैंकों के समूह से लिये गये 6,027 करोड़ रूपये के ऋण का भुगतान नहीं करने से संबंधित है। अधिकारियों ने कहा कि ईडी ने पाया कि ऋण के हेर-फेर के लिए फर्जी कंपनियों के समूह का इस्तेमाल किया गया। नये अारोप-पत्र में इसका भी जि¯ा होने का अनुमान है।