मॉस्को, 4 जुलाई-(एएफपी)
इंग्लैंड के मैनेजर गैरेथ साउथगेट ने पेनल्टी शूटअाउट में कोलंबिया पर 4-3 की जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बाद कहा कि उनकी टीम को वह पुरस्कार मिला, जिसकी वह हकदार थी। गोल्डन बूट की दौड़ में सबसे अागे चल रहे हैरी केन के पेनल्टी पर टूर्नामेंट के छठे गोल की बदौलत इंग्लैंड ने 57वें मिनट में बढ़त बनाई, लेकिन येरी मिना ने अपनी लंबाई का फायदा उठाकर 93वें मिनट में हैडर से गोल दागकर कोलंबिया को बराबरी दिला दी। पेनल्टी शूटअाउट में कोलंबिया के गोलकीपर डेविड ओस्पीना ने जोर्डन हेंडरसन की तीसरी पेनल्टी रोककर कोलंबिया को मजबूत स्थिति में पहुँचाया, लेकिन इसके बाद उनके साथी खिलाड़ी मैनुएल उरिबे का शाट क्रास बार से टकरा गया।
इंग्लैंड के गोलकीपर जोर्डन पिकफोर्ड ने कार्लास बाका का प्रयास नाकाम किया। एरिक डायर ने इसके बाद निर्णायक पेनल्टी किक को गोल में बदलकर 2006 के बाद टीम को पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह दिलाई। अाठ पेनल्टी शूटअाउट में यह इंग्लैंड की सिर्फ दूसरी जीत है। साउथगेट ने कहा, `यह वह रात थी जब मुझे पता था कि हम जीत दर्ज करेंगे। हमारे अंदर जीत दर्ज करने का अात्मविश्वास और जज्बा था।' इंग्लैंड ने इससे पहले लगातार पाँच पेनल्टी शूटअाउट गंवाए थे। साउथगेट ने इसलिए भी राहत की सांस ली, क्योंकि यूरो 1996 में उनकी पेनल्टी रोककर ही जर्मनी ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। साउथगेट ने कहा, `अाज टीम के लिए विशेष लम्हा है। उम्मीद करता हूँ कि इससे खिलाड़ियोें को अागामी मैचों के लिए अात्मविश्वास मिलेगा।'
इंग्लैंड के मैनेजर गैरेथ साउथगेट ने पेनल्टी शूटअाउट में कोलंबिया पर 4-3 की जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बाद कहा कि उनकी टीम को वह पुरस्कार मिला, जिसकी वह हकदार थी। गोल्डन बूट की दौड़ में सबसे अागे चल रहे हैरी केन के पेनल्टी पर टूर्नामेंट के छठे गोल की बदौलत इंग्लैंड ने 57वें मिनट में बढ़त बनाई, लेकिन येरी मिना ने अपनी लंबाई का फायदा उठाकर 93वें मिनट में हैडर से गोल दागकर कोलंबिया को बराबरी दिला दी। पेनल्टी शूटअाउट में कोलंबिया के गोलकीपर डेविड ओस्पीना ने जोर्डन हेंडरसन की तीसरी पेनल्टी रोककर कोलंबिया को मजबूत स्थिति में पहुँचाया, लेकिन इसके बाद उनके साथी खिलाड़ी मैनुएल उरिबे का शाट क्रास बार से टकरा गया।
इंग्लैंड के गोलकीपर जोर्डन पिकफोर्ड ने कार्लास बाका का प्रयास नाकाम किया। एरिक डायर ने इसके बाद निर्णायक पेनल्टी किक को गोल में बदलकर 2006 के बाद टीम को पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह दिलाई। अाठ पेनल्टी शूटअाउट में यह इंग्लैंड की सिर्फ दूसरी जीत है। साउथगेट ने कहा, `यह वह रात थी जब मुझे पता था कि हम जीत दर्ज करेंगे। हमारे अंदर जीत दर्ज करने का अात्मविश्वास और जज्बा था।' इंग्लैंड ने इससे पहले लगातार पाँच पेनल्टी शूटअाउट गंवाए थे। साउथगेट ने इसलिए भी राहत की सांस ली, क्योंकि यूरो 1996 में उनकी पेनल्टी रोककर ही जर्मनी ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। साउथगेट ने कहा, `अाज टीम के लिए विशेष लम्हा है। उम्मीद करता हूँ कि इससे खिलाड़ियोें को अागामी मैचों के लिए अात्मविश्वास मिलेगा।'