जयपुर, 2 जुलाई-(एजेंसियाँ)
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रविवार को हुई दिल दहला देने वाली घटना के बाद राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के सावा गांव में शोक की लहर है। फंदे से लटके मिले ललित सिंह और भूपेन्द्र सिंह का एक भाई दिनेश सिंह चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा कस्बे में रहता है। यह परिवार मूलत: चित्तौड़गढ़ के सावा गाँव का रहने वाला था। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग रविवार शाम को ही दिल्ली चले गए। मृतक परिवार के रिश्तेदार सावा निवासी महावीर सिंह के अनुसार ललित और भूपेंद्र के पिता भोपाल सिंह चूडावत कई साल पहले हरियाणा चले गए थे। वहाँ उन्होंने अंतरजातीय लड़की (भाटिया) से प्रेम विवाह किया।
उसके बाद उनके तीन पुत्र ललित, भूपेंद्र और दिनेश तथा दो पुत्रियां बल्ली व गुड्डी हुए। भोपाल सिंह की मौत के बाद दिनेश चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में रहने लगा, जबकि अन्य पुत्र और पुत्रियां हरियाणा में रहने लगे। उसके कुछ समय बाद हरियाणा रहने वाले उनके पुत्र व पुत्रियाँ दिल्ली चले गए और वहाँ प्लाईवुड का व्यवसाय शुरू किया।
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रविवार को हुई दिल दहला देने वाली घटना के बाद राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के सावा गांव में शोक की लहर है। फंदे से लटके मिले ललित सिंह और भूपेन्द्र सिंह का एक भाई दिनेश सिंह चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा कस्बे में रहता है। यह परिवार मूलत: चित्तौड़गढ़ के सावा गाँव का रहने वाला था। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग रविवार शाम को ही दिल्ली चले गए। मृतक परिवार के रिश्तेदार सावा निवासी महावीर सिंह के अनुसार ललित और भूपेंद्र के पिता भोपाल सिंह चूडावत कई साल पहले हरियाणा चले गए थे। वहाँ उन्होंने अंतरजातीय लड़की (भाटिया) से प्रेम विवाह किया।
उसके बाद उनके तीन पुत्र ललित, भूपेंद्र और दिनेश तथा दो पुत्रियां बल्ली व गुड्डी हुए। भोपाल सिंह की मौत के बाद दिनेश चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में रहने लगा, जबकि अन्य पुत्र और पुत्रियां हरियाणा में रहने लगे। उसके कुछ समय बाद हरियाणा रहने वाले उनके पुत्र व पुत्रियाँ दिल्ली चले गए और वहाँ प्लाईवुड का व्यवसाय शुरू किया।