नामपल्ली से चादरघाट मेट्रो मार्ग पर होंगे अबाध फुटपाथ
हैदराबाद, 4 जुलाई (एफ एम सलीम)हैदराबाद मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध-निदेशक एन.वी.एस. रेड्डी ने कहा कि नामपल्ली स्थित राज्य पुरातत्व संग्रहालय से रंगमहल चादरघाट स्टेशन तक लगभग 5 किलोमीटर तक अबाध फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा, ताकि पैदल चलने वालों को सुविधा हो।
एन.वी.एस. रेड्डी ने अाज अभियंताअों की एक टीम के साथ नामपल्ली से चादरघाट के मेट्रो मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा, नामपल्ली, गांधी भवन, ओएमसी एवं एमजीबीएस स्टेशन मार्ग को ऐतिहासिक धरोहर परिसर का दर्जा दिया जायेगा। उन्हें इसी रूप में विकसित भी किया जायेगा। इस संबंध में मंत्री के. तारक रामाराव ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
एनवीएस रेड्डी ने एचएमअारएल के अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, अार्किटेक्ट्स के साथ मार्ग का निरीक्षण किया और बताया कि नामपल्ली से चादरघाट तक चौड़े फुटपाथ का निर्माण किया जायेगा। यहाँ पर कोब्बेल पत्थर बिछाए जाएँगे तथा अावश्य सुविधाएँ भी स्थापित की जाएँगी। इसके अलावा हेरिटेज के महत्व को दर्शाने वाली पट्टिकाएँ स्थापित की जाएँगी। पुलिस कंट्रोल रूम के सामने की रोट्री का भी नवीनीकरण किया जाएगा, ताकि वाहनों के अवागमन को सुचारू बनाया जा सके। सिग्नल भी अावश्यकतानुसार पुनर्स्थापित किये जाएँगे। कंट्रोल रूप के पास क्लॉक सहित अास-पास के क्षेत्र का सौंदर्याकरण किया जाएगा।
एनवीएस रेड्डी ने कहा कि नामपल्ली मेट्रो स्टेशन को रेलवे स्टेशन से 200 मीटर के वॉकवे से जोड़ा जाएगा, ताकि यात्री मेट्रो से उतरकर सीधे स्टेशन में प्रवेश कर सकें और स्टेशन से सीधे मेट्रो में सवार हो सकें। यहाँ बस बे, अॉटो बे, ई-वाहन बे अादि का भी विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नामपल्ली, ओएमसी और चादरघाट के बीच जहाँ भी सरकारी भूमि और फुटपाथ पर कब्ज़े हैं, उन्हें हटाया जाएगा। इसी तरह एमजीबीएस के पास मूसी में किये गये अवैध कब्ज़े भी हटाए जाएँगे। नामपल्ली और गांधी भवन स्टेशन के पास मल्टिलेवल कार पार्किंग का निर्माण किया जायेगा, जबकि गांधी भवन स्टेशन को एम.जे.मार्केट से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने बताया कि जामबाग़ और सुल्तान बाज़ार के पुराने वैभव को पुनर्स्थापित करने के लिए अावश्यक कदम उठाए जाएँगे। एमजीबीएस मेट्रो स्टेशन से एमजीबीएस बस स्टेशन और चंद्रायनगुट्टा की ओर स्काइवे का निर्माण किया जाएगा। एनवीएस रेड्डी के साथ अधीक्षक अभियंता बी. अानंद मोहन, एम. विष्णुवर्धन रेड्डी, बी. राजेश्वर तथा डीसीपी ए. बालकृष्णा उपस्थित थे।