ऑनलाइन पूँजी निवेश की आड़ में ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश

Fraud gang exposed under the guise of online capital investment
हैदराबाद- साइबराबाद की साइबर अपराध पुलिस ने मार्केट बॉक्स ऑनलाइन कंपनी की आड़ में पूंजी निवेश करने पर भारी मुनाफा देने का झाँसा देकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। इस मामले में पुलिस ने चार शातिर ठगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 9.81 करोड़ रुपये, 7 सेलफोन, दो लैपटॉप जब्त कर लिए।

साइबराबाद पुलिस आयुक्त स्टीफन रवीन्द्रा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि ठगी के शिकार शिकायतकर्ता की शिकायत पर साइबर अपराध पुलिस ने आईपीसी की धारा 419, 420 और आईटी एक्ट की धारा 66सी और 66डी के तहत मामले दर्ज किए। तकनीकी रूप से छानबीन करने के बाद इस मामले के मुख्य आरोपी चंदौली ज़िला, मुगलसराय (उत्तर-प्रदेश) निवासी व पेशे से कमोडिटी ट्रेडर अभिषेक जैन (32) और उसके तीन सहयोगियों उदयपुर (राजस्थान) निवासी पेशे से व्यापारी पवन कुमार प्रजावत (35), उदयपुर निवासी आकाश रॉय (39) और मुगलसराय निवासी कृष्ण कुमार (38) को गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी अभिषेक जैन इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड है, जो पिछले 8 वर्ष से कमोडिटीस एंड फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस के क्षेत्र में ऑनलाइन स्तर पर व्यापार कर रहा था। इस व्यापार में घाटा होने के कारण उसने ठगी का रास्ता अपना लिया और मार्केट बॉक्स के नाम से ट्रेडिंग ऐप तैयार किया। इस ट्रेडिंग ऐप के जरिए उसने लोगों को ऑनलाइन पूँजी निवेश करने पर भारी मुनाफा देने का झाँसा देकर अपने जाल में पँसा लिया।

जाल में पँसे हैदराबाद के शिकायतकर्ता ने पहले 9,999 रुपये का निवेश किया और यह रकम डूब जाने के बाद फिर से उसने 10 लाख रुपये का निवेश किया, जिस पर उसे 14.9 लाख रुपये प्राप्त हुए। इसके बाद उसने अपना निवेश जारी रखा और 62.6 लाख रुपये के निवेश पर 34.7 लाख रुपये प्राप्त किए। इस प्रकार उसने पूँजी निवेश कर 27.9 लाख रुपये गँवा दिए। प्राप्त शिकायत के आधार पर साइबर अपराध पुलिस ने मामले की छानबीन की और पता चला कि मुख्य आरोपी अभिषेक जैन मार्केट बॉक्स ट्रेडिंग ऐप तैयार कर इसके जरिए सोशल मीडिया व्हॉट्सऐप एंड टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से निवेश हेतु संपर्क कर लगभग 3,000 लोगों का पंजीकरण किया। इस फर्जी ऐप के जरिए लालच देकर उसने भारी भरकम घोटाले को अंजाम दिया। उसके सहयोगी पवन कुमार ठगी की रकम जमा करने के लिए श्रीकृष्णा इंटरप्राइजेस और ए टू जेड डिजिटल पेमेंट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से बैंक खाते उपलब्ध करवाकर 10 प्रतिशत कमीशन प्राप्त कर रहा था। आकाश रॉय ठगी से संबंधित रकम बैंकों में स्थानांतरित करने में सहयोग दे रहा था। वहीं कृष्ण कुमार नकद वसूली का कार्य कर रहा था। सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद हैदराबाद लाया गया और अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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