हैदराबाद, 25 जून
वाईएसअार कांग्रेस पार्जी (वाईकांपा) के वरिष्ठ नेता बोत्सा सत्यनारायण ने अारोप लगाया कि लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले वेंकटराय चिटफंड के मामले में मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायुडू तथा राज्य प्रशासन चिटफंड कंपनी की संपत्ति की नीलामी को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इस प्रकार वह तेदेपा नेताअों की अवैध गतिविधियों में सहयोग दे रहे हैं।
अाज यहाँ वाईकांपा के केंद्रीय कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए बोत्सा ने यह अारोप लगाया। उन्होंने कहा कि अग्रीगोल्ड की संपत्तियों की नीलामी कर उससे मिलने वाली राशि पीडि़तों को बाँटी जा रही है, जबकि वेंकटराय चिटफंड के मामले में अलग से व्यवहार क्यों किया जा रहा है, बाबू बतायें। उन्होंने प्रश>> किया कि वेंकटराय चिटफंड की संपत्तियों की नीलामी के लिए पुलिस महानिदेशक द्वारा दिए गए अादेशों को सरकार ने क्यों रोक दिया। उन्होंने कहा कि यह चिटफंड कंपनी तेदेपा नेताअों से सम्बद्ध है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार ने इस चिटफंड कंपनी द्वारा धोखाधड़ी करने की जानकारी मिलने पर इसकी जाँच करने के लिए कमेटी का गठन किया, जब इस कंपनी ने परोक्ष रूप से अपनी संपत्तियों को बेचने का प्रयास किया, तब सरकार ने सभी संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया। इन संपत्तियों की नीलामी में सरकार अाड़े अा रही है। उन्होंने कहा कि वाईकांपा अग्रीगोल्ड तथा वेंकटराय चिटफंड के पीडि़तों के साथ रहेगी और उन्हें न्याय दिलाएगी।
वाईएसअार कांग्रेस पार्जी (वाईकांपा) के वरिष्ठ नेता बोत्सा सत्यनारायण ने अारोप लगाया कि लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले वेंकटराय चिटफंड के मामले में मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायुडू तथा राज्य प्रशासन चिटफंड कंपनी की संपत्ति की नीलामी को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इस प्रकार वह तेदेपा नेताअों की अवैध गतिविधियों में सहयोग दे रहे हैं।
अाज यहाँ वाईकांपा के केंद्रीय कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए बोत्सा ने यह अारोप लगाया। उन्होंने कहा कि अग्रीगोल्ड की संपत्तियों की नीलामी कर उससे मिलने वाली राशि पीडि़तों को बाँटी जा रही है, जबकि वेंकटराय चिटफंड के मामले में अलग से व्यवहार क्यों किया जा रहा है, बाबू बतायें। उन्होंने प्रश>> किया कि वेंकटराय चिटफंड की संपत्तियों की नीलामी के लिए पुलिस महानिदेशक द्वारा दिए गए अादेशों को सरकार ने क्यों रोक दिया। उन्होंने कहा कि यह चिटफंड कंपनी तेदेपा नेताअों से सम्बद्ध है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार ने इस चिटफंड कंपनी द्वारा धोखाधड़ी करने की जानकारी मिलने पर इसकी जाँच करने के लिए कमेटी का गठन किया, जब इस कंपनी ने परोक्ष रूप से अपनी संपत्तियों को बेचने का प्रयास किया, तब सरकार ने सभी संपत्तियों को अपने कब्जे में ले लिया। इन संपत्तियों की नीलामी में सरकार अाड़े अा रही है। उन्होंने कहा कि वाईकांपा अग्रीगोल्ड तथा वेंकटराय चिटफंड के पीडि़तों के साथ रहेगी और उन्हें न्याय दिलाएगी।