नेल्लूर- आंध्र-प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को नेल्लूर और संगम बैराज का उद्घाटन कयिा, जसिसे पेन्ना नदी नहर प्रणाली को नया जीवन मलि गया है। इन बैराज के उद्घाटन के साथ ही श्री पोट्टी श्रीरामुलु नेल्लूर जलिे के लोगोें का दशकोें पुराना सपना साकार हो गया है।
पेन्ना नदी पर कुल 326 करोड़ रुपये की लागत से बने दो नए बैराज से न केवल 4.85 लाख एकड़ भूमि सिंचति होगी, बल्कि कई मंडलों और नेल्लूर शहर को बाढ़ की आपदा से भी मुविÌत मलिेगी।1880 के दशक में तत्कालीन ब्रटिशि शासकोें ने नेल्लूर शहर के अलावा एसपीएस नेल्लूर जलिे में कई मंडलों को सिंचाई की जरूरतों और पेयजल आपूर्ति के लिए नेल्लूर और संगम में एक-एक बांध बनवाया था, लेकनि दोनोें बांधों की उपयोगतिा समाप्त हो गई थी, जसिसे लोगोें को कैरजिवे और बैराज की जरूरत पड़ने लगी थी।
पेन्ना नदी पर कुल 326 करोड़ रुपये की लागत से बने दो नए बैराज से न केवल 4.85 लाख एकड़ भूमि सिंचति होगी, बल्कि कई मंडलों और नेल्लूर शहर को बाढ़ की आपदा से भी मुविÌत मलिेगी।1880 के दशक में तत्कालीन ब्रटिशि शासकोें ने नेल्लूर शहर के अलावा एसपीएस नेल्लूर जलिे में कई मंडलों को सिंचाई की जरूरतों और पेयजल आपूर्ति के लिए नेल्लूर और संगम में एक-एक बांध बनवाया था, लेकनि दोनोें बांधों की उपयोगतिा समाप्त हो गई थी, जसिसे लोगोें को कैरजिवे और बैराज की जरूरत पड़ने लगी थी।
साल 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी ने 2008 में नए बैराज का नर्मिाण कार्य शुरू कयिा परंतु कई कारणों के चलते वह गति नहीR पकड़ सका। रेड्डी के बेटे वाई एस जगन मोहन रेड्डी की वर्तमान सरकार ने एसपीएस नेल्लूर जलिे के लोगोें को लाभ देने वाली इस परयिोजना को पूरा कयिा। संगम बैराज का नाम पूर्व मंत्री एम. गौतम रेड्डी के नाम पर रखा गया है जनिका इस साल फरवरी में दलि का दौरा पड़ने से नधिन हो गया था।
राज्य के जल संसाधन वभिाग के अधकिारयिोें के अनुसार, नदी के दोनोें हस्सिों पर सात कलिोमीटर लंबे बाढ़ तटबंध बने हैं जन्हिेें इस परयिोजना के तहत मजबूत कयिा गया है।