हैदराबाद-तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष और आईटी उद्योग तथा नागरिक प्रशासन मंत्री के. तारक रामाराव ने गैस सिलेंडर की दरों में वृद्धि पर केंद्र को निशाना बनाते नज़र आये। उन्होंने कहा कि देश की जनता गैस सिलेंडर की दरों में लगातार वृद्धि से परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी विफल आर्थिक नीतियों से आम जनता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं।
केटीआर ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि पिछले आठ वर्षों में भाजपा के शासन में देश में रसोई गैस की कीमतों में 170 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। देश की सरकार ने सबसे महंगी गैस बेचने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। हाल ही में 50 रुपये की वृद्धि के साथ एक साल में गैस सिलेंडर पर 244 मूल्य वृद्धि हुई है। तेरास नेता ने कहा कि 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी सत्ता में आए थे, तो गैस सिलेंडर की कीमत सिर्फ 410 रुपये थी और अब यह तीन गुना बढ़कर 1100 तक पहुँच गयी है। इस वृद्धि को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि यह देश में भाजपा सरकार की अक्षमता का परिचायक है।
केटीआर ने कहा कि कोई सब्सिडी और रियायत न देकर मोदी सरकार देश के नागरिकों पर जुल्म कर रही है। एक तरफ रुपये का मूल्य तेजी से गिर रहा है, दूसरी ओर ईंधन के दाम आसमान छू रहे हैं। आवश्यक दैनिक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि देश के नागरिकों के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। प्रधानमंत्री मोदी के शासन में आम आदमी को घर चलाना मुश्किल हो रहा है, लेकिन किसी भी भाजपा नेता को इन समस्याओं की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नई नौकरियाँ पैदा करने के बजाय लोगों की वर्तमान नौकरियाँ छीन रही है। इससे उनकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि इस मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं ने सत्ता में आने से पहले देश भर में भारी विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन अब सभी खामोश हैं।
केटीआर ने कहा कि भाजपा सरकार महंगाई पर काबू पाने में असमर्थ है, जिसके देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। सरकार गैस की कीमतों में वृद्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय कारण दिखाकर अपनी अक्षमता को छिपाना चाहती है, जबकि देश की जनता मोदी सरकार के पाखंड को महसूस कर रही है। लोग अब प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत उपलब्ध कराए गए गैस सिलेंडरों के बजाय लकड़ी का चूल्हे जैसे पुराने तरीकों को अपनाने पर विचार कर रहे हैं। केटीआर ने भाजपा सरकार से माँग की कि केवल चुनावों के समय दरों में कमी न करके जनकल्याण को ध्यान में रखते हुए गैस सिलेंडर की कीमतों को कम करें। उन्होंने कहा कि तेरास भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करती रहेगी।
केटीआर ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि पिछले आठ वर्षों में भाजपा के शासन में देश में रसोई गैस की कीमतों में 170 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। देश की सरकार ने सबसे महंगी गैस बेचने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। हाल ही में 50 रुपये की वृद्धि के साथ एक साल में गैस सिलेंडर पर 244 मूल्य वृद्धि हुई है। तेरास नेता ने कहा कि 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी सत्ता में आए थे, तो गैस सिलेंडर की कीमत सिर्फ 410 रुपये थी और अब यह तीन गुना बढ़कर 1100 तक पहुँच गयी है। इस वृद्धि को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि यह देश में भाजपा सरकार की अक्षमता का परिचायक है।
केटीआर ने कहा कि कोई सब्सिडी और रियायत न देकर मोदी सरकार देश के नागरिकों पर जुल्म कर रही है। एक तरफ रुपये का मूल्य तेजी से गिर रहा है, दूसरी ओर ईंधन के दाम आसमान छू रहे हैं। आवश्यक दैनिक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि देश के नागरिकों के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। प्रधानमंत्री मोदी के शासन में आम आदमी को घर चलाना मुश्किल हो रहा है, लेकिन किसी भी भाजपा नेता को इन समस्याओं की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नई नौकरियाँ पैदा करने के बजाय लोगों की वर्तमान नौकरियाँ छीन रही है। इससे उनकी वित्तीय स्थिति प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि इस मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेताओं ने सत्ता में आने से पहले देश भर में भारी विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन अब सभी खामोश हैं।
केटीआर ने कहा कि भाजपा सरकार महंगाई पर काबू पाने में असमर्थ है, जिसके देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। सरकार गैस की कीमतों में वृद्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय कारण दिखाकर अपनी अक्षमता को छिपाना चाहती है, जबकि देश की जनता मोदी सरकार के पाखंड को महसूस कर रही है। लोग अब प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत उपलब्ध कराए गए गैस सिलेंडरों के बजाय लकड़ी का चूल्हे जैसे पुराने तरीकों को अपनाने पर विचार कर रहे हैं। केटीआर ने भाजपा सरकार से माँग की कि केवल चुनावों के समय दरों में कमी न करके जनकल्याण को ध्यान में रखते हुए गैस सिलेंडर की कीमतों को कम करें। उन्होंने कहा कि तेरास भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन करती रहेगी।