हैदराबाद, 2 जुलाई-(भाषा)
लोकसभा चुनाव समय से पहले कराए जा सकने की चर्चा के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम. वीरप्पा मोइली ने अाज कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस तरह के संवैधानिक विषय पर राजनीतिक लाभ के लिए मनमाना फैसला नहीं कर सकते। मोइली ने अगले अाम चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्ष से एकजुट होने की अपील की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह फैसला करना सभी राजनीतिक दलों पर निर्भर है कि वे समय से पहले चुनाव चाहते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या एक पार्टी (भाजपा) द्वारा यह फैसला मनमाने तरीके से नहीं लिया जा सकता। मोइली ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण संवैधानिक विषय है,
जिसे मनमाने तरीके से या किसी राजनीतिक दल द्वारा महज एक अवसर के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस तरह का फैसला वस्तुनिष्ठ और पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिए। यह महज एक व्यक्ति, मौजूदा प्रधानमंत्री के लिए उपयुक्त होने को लेकर नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा मध्य-प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक लाभ उठाने के लिए चुनाव समय से पहले कराने पर विचार कर रही है। वह देश के हितों के लिए या संविधान के लिए ऐसा नहीं कर रही।
मोइली ने अारोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी के मन में डर है कि भाजपा चारों राज्यों में या कम से कम तीन में चुनाव हार जाएगी। इस अाशंका को लेकर और डर की भावना के चलते वे समय से पहले चुनाव कराने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियाँ यदि भाजपा जैसी सांप्रदायिक ताकतों को सचमुच में शिकस्त देना चाहती हैं, तो उनके बीच एकजुटता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें (विपक्षी पार्टियाँ) एकजुट होकर मुकाबला करना होगा। यदि ऐसा होता है, तो भाजपा लोकसभा चुनाव में कहीं नहीं टिकेगी। उन्होंने कहा कि सभी गैर-भाजपा तर्किंतों के एकजुट होने का वक्त अा गया है।
लोकसभा चुनाव समय से पहले कराए जा सकने की चर्चा के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम. वीरप्पा मोइली ने अाज कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस तरह के संवैधानिक विषय पर राजनीतिक लाभ के लिए मनमाना फैसला नहीं कर सकते। मोइली ने अगले अाम चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्ष से एकजुट होने की अपील की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह फैसला करना सभी राजनीतिक दलों पर निर्भर है कि वे समय से पहले चुनाव चाहते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या एक पार्टी (भाजपा) द्वारा यह फैसला मनमाने तरीके से नहीं लिया जा सकता। मोइली ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण संवैधानिक विषय है,
जिसे मनमाने तरीके से या किसी राजनीतिक दल द्वारा महज एक अवसर के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस तरह का फैसला वस्तुनिष्ठ और पारदर्शी तरीके से किया जाना चाहिए। यह महज एक व्यक्ति, मौजूदा प्रधानमंत्री के लिए उपयुक्त होने को लेकर नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा मध्य-प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक लाभ उठाने के लिए चुनाव समय से पहले कराने पर विचार कर रही है। वह देश के हितों के लिए या संविधान के लिए ऐसा नहीं कर रही।
मोइली ने अारोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी के मन में डर है कि भाजपा चारों राज्यों में या कम से कम तीन में चुनाव हार जाएगी। इस अाशंका को लेकर और डर की भावना के चलते वे समय से पहले चुनाव कराने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियाँ यदि भाजपा जैसी सांप्रदायिक ताकतों को सचमुच में शिकस्त देना चाहती हैं, तो उनके बीच एकजुटता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें (विपक्षी पार्टियाँ) एकजुट होकर मुकाबला करना होगा। यदि ऐसा होता है, तो भाजपा लोकसभा चुनाव में कहीं नहीं टिकेगी। उन्होंने कहा कि सभी गैर-भाजपा तर्किंतों के एकजुट होने का वक्त अा गया है।