नई दिल्ली, 29 जून-(एजेंसियाँ)
मानसून ने पूरे देश को तय समय से 17 दिन पहले कवर कर लिया है। यह बात भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को कही। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून श्रीगंगानगर भी पहुँच चुका है। बता दें कि श्रीगंगानगर को देश के सबसे अंतिम हिस्सों में एक माना जाता है, जो पश्चिम राजस्थान में है। अाम तौर पर इस जगह पर 15 जुलाई को मानसून पहुँचता है।
अडिशनल डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि मानसून ने अाज पूरे देश को कवर कर लिया है। उन्होंने बताया कि मानसून पूरे देश में 1 जुलाई तक अा जाता है, लेकिन पश्चिम राजस्थान का यह हिस्सा बच जाता है। चार महीनों का मानसून मौसम अाम तौर पर 1 जुलाई से शुरू होता हैं और 30 सितंबर तक चलता है। इस साल केरल में मानसून 29 मई को पहुँच गया था, जबकि अाम तौर पर यहाँ 1 जून को मानसून अाता है। जून के मध्य तक यह पूरे पश्चिमी तट तक पहुँच गया था। मानसून की कमी इस सप्ताह तक 10 प्रतिशत तक मानी जा रही थी, लेकिन शुक्रवार को यह घटकर 6 प्रतिशत रह गई। साउथ-वेस्ट मानसून ने देश को 70 प्रतिशत बारिश दी है। देश की अधिकतम जीडीपी कृषि क्षेत्र पर निर्भर करती है।
मानसून ने पूरे देश को तय समय से 17 दिन पहले कवर कर लिया है। यह बात भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को कही। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून श्रीगंगानगर भी पहुँच चुका है। बता दें कि श्रीगंगानगर को देश के सबसे अंतिम हिस्सों में एक माना जाता है, जो पश्चिम राजस्थान में है। अाम तौर पर इस जगह पर 15 जुलाई को मानसून पहुँचता है।
अडिशनल डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि मानसून ने अाज पूरे देश को कवर कर लिया है। उन्होंने बताया कि मानसून पूरे देश में 1 जुलाई तक अा जाता है, लेकिन पश्चिम राजस्थान का यह हिस्सा बच जाता है। चार महीनों का मानसून मौसम अाम तौर पर 1 जुलाई से शुरू होता हैं और 30 सितंबर तक चलता है। इस साल केरल में मानसून 29 मई को पहुँच गया था, जबकि अाम तौर पर यहाँ 1 जून को मानसून अाता है। जून के मध्य तक यह पूरे पश्चिमी तट तक पहुँच गया था। मानसून की कमी इस सप्ताह तक 10 प्रतिशत तक मानी जा रही थी, लेकिन शुक्रवार को यह घटकर 6 प्रतिशत रह गई। साउथ-वेस्ट मानसून ने देश को 70 प्रतिशत बारिश दी है। देश की अधिकतम जीडीपी कृषि क्षेत्र पर निर्भर करती है।